हिमाचल प्रदेश

कुल्लू के पिपलागे में 22वां जाग महोत्सव संपन्न, दहकते अंगारों पर नाचे नैणा माता के गूर

Shantanu Roy
28 July 2022 10:02 AM GMT
कुल्लू के पिपलागे में 22वां जाग महोत्सव संपन्न, दहकते अंगारों पर नाचे नैणा माता के गूर
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कुल्लू। कुल्लू जिले के तहत भुंतर से सटे नैणा माता मंदिर पिपलागे में माता नैणा का 22वां जागरण (जाग) बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। इस जाग महोत्सव के उपलक्ष्य पर माता भद्रकाली, माता कोयला, माता शीतला व माता नागराणी अपने कारकूनों ओर हारियानों सहित विशेष रूप से पधारीं। जागरण में कुल्ल्वी भजन गायकों ने माता की महिमा का बखान कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं त्रिनेत्रा मंदिर कमेटी द्वारा इस अवसर पर भंडारे का आयोजन भी किया गया था, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। रात्रि 1 बजे माता नैणा और भद्रकाली ने अपने कारकूनों व हारियानों सहित ढोल-नगाड़ों के साथ मंदिर में प्रवेश किया और अंगारों के चारों ओर परिक्रमा की। इस जाग की खास बात यह है कि यहां पर माता के गूर, चेलियां अंगारों पर चलते हैं। इस जाग को देखने के लिए हिमाचल प्रदेश के दूसरे जिलों से भी लोग आते हैं और उनकी माता में गहरी आस्था और विश्वास है।

भद्रकाली माता के पुजारी अमित महंत ने कहा कि माता नैणा का 22वां जाग महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस जाग की अद्भुत बात यह है कि यहां पर माता के गूर, चेलियां माता का रथ लेकर आग के अंगारों पर चलते हैं और माता रानी की कृपा से किसी को आंच तक नहीं आती। जाग के दिन माता सभी भक्तों के दुखों का निवारण करती हैं और सभी को मनवांछित फल प्रदान करती हैं। सभी भक्त नारियल लेकर आते हैं और माता रानी नारियल से सभी भक्तों के ग्रहों का निवारण करती हैं। माता भद्रकाली व माता नैणा के गूर अश्वनी कुमार ने कहा कि ये प्रथा तब से चली आ रही है जब से भगवान इस धरती पर आए हैं। माता के आशीर्वाद से ही यह जाग बड़ी धूमधाम से मनाई गई और त्रिनेत्रा मंदिर कमेटी के सभी सदस्यों ने भी जाग को सफल बनाने के लिए भरपूर सहयोग किया।
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