शिमला। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी को तय नियमों का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस में जीवनरक्षक उपकरणों का प्रबंध आवश्यक है। एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर की जांच स्वास्थ्य विभाग आगामी दिनों में करेगा। यदि सिलेंडर खाली मिलते हैं, तो सेवा प्रदाता कंपनी को …
शिमला। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी को तय नियमों का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस में जीवनरक्षक उपकरणों का प्रबंध आवश्यक है। एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर की जांच स्वास्थ्य विभाग आगामी दिनों में करेगा। यदि सिलेंडर खाली मिलते हैं, तो सेवा प्रदाता कंपनी को इसके लिए दोषी माना जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में कड़ी कार्रवाई करेगा। स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को 102 और 108 एंबुलेंस सेवाओं के संचालन और रखरखाव पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी की गुणवत्ता जांच करेगा।
गुणवत्ता में खामी पाई जाती है, तो कंपनी पर बड़ी कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने साफ कर दिया है कि एंबुलेंस सेवा में कोताही को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने एंबुलेंस सेवा प्रदाता को अपनी सेवाओं में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता से शिकायतें मिली हैं कि कंपनी मापदंडों के अनुसार एंबुलेंस नहीं चला रही है। इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य एम. सुधा देवी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक प्रियंका वर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डा. गोपाल बेरी, उप निदेशक निदेशालय स्वास्थ्य सेवाएं, अंकिता वर्मा और कंपनी के हितधारक बैठक में उपस्थित थे।