यमुनानगर | जिला कारागार में करीब 30 वर्षिय बंदी अंशुल जैन ने फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक बूडिया गांव का रहने वाला था जोकि इसी साल की छह अप्रैल से एनडीपीएस एक्ट मामले में जेल में बंद था। अंशुल ने फंदा जेल के बाथरूम में ही चादर को फाड़ कर उसकी रस्सी बनाकर लगाया था। बताया जा रहा है अंशुल काफी दिनों से मानसिक रूप से परेशान भी चल रहा था। उसकी परेशानी के बारे में अन्य बंदियों ने पूछना चाहा लेकिन कुछ नहीं बताया। घटना रविवार शाम पौने छह बजे की है। उधर जैसे ही मामले की सूचना पुलिस और सीन ऑफ क्राइम को पता चली। टीमें तुरंत मौके पर पहुंची।
जिला कारागार के अधीक्षक विशाल छिब्बर ने बताया कि वह छह अप्रैल से जेल में बंद था। शाम को वह जेल में ही बनी पीर बाबा की दरगाह पर भी माथा टेकने के लिए गया था। माथा टेकने के बाद बाथरूम में उसने अचानक से चादर को फाड़ कर उसका फंदा बना कर आत्महत्या कर ली। जब अन्य बंदी वहां गए तब उन्होंने इसकी सूचना जेल के कर्मचारियों को दी।