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हरियाणा में गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। बढ़ती गर्मी के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी-उमस के कारण त्वचा रोग, वायरल-टाइफाइड बुखार के साथ कंजक्टिवाइटिस(आई फ्लू), आंखों में एलर्जी का खतरा बढ़ा है। सिविल अस्पताल में रोजाना 30 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। आपको अपनी आंखों से प्यार है तो रोग से बचाव के उपाय करें। विशेषज्ञ चिकित्सक भी मरीजों को इलाज के साथ आखों की उचित देखभाल का परामर्श दे रहे हैं।
सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डा.केतन भारद्वाज ने बताया कि बरसात के मौसम में बुखार, खांसी-जुकाम, चिकनपाक्स और स्कैबीज जैसी बीमारियों के साथ कंजक्टिवाइटिस व पिंक आई के मरीज एकाएक बढ़े हैं। वायरल और बैक्टीरिया से होने वाले रोग कंजक्टिवाइटिस में आंखें लाल हो जाती हैं।
सामान्य बीमारी समझना होगी भूल
आंखों में तेज दर्द रहता है। गंदी उंगलियां आंखों में लगाने, धूल-धुंआ का प्रतिकूल असर, बरसात के दौरान आंखों में गंदा पानी जाने से यह बीमारी होती है। वायरल मक्खियों व हवा के जरिए भी आंखों तक पहुंचता है। संक्रमण इतना तीव्र होता है कि पीड़ित की आंखों में देखने से ही दूसरे व्यक्ति की आंखों तक पहुंच जाता है। इसे सामान्य बीमारी समझना भूल होगी। लापरवाही बरतने से कार्निया क्षतिग्रस्त हो सकता है। डा. भारद्वाज के मुताबिक बैक्टीरिया और वायरस का संक्रमण पहले एक आंख में होता है। तुरंत उपचार न कराया जाए तो दूसरी आंख में फैल जाता है।
कंजक्टिवाइटिस के लक्षण
-आखों में दर्द और लालिमा
-तेज धूप व रोशनी में देखने पर तकलीफ
-आंखों में गंदगी का जमा होना
-सोने पर पलकें आपस में चिपकना
पीड़ित होने पर करें उपाय
-तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें
-साफ-ठंडे पाली में भीगी रूई से आंखों को साफ करें
-आंखें ठीक न होने तक चश्मा पहनें
-मरीज का रूमाल-तौलिया अन्य लोग इस्तेमाल न करें
-बारिश व तालाब के पानी में न नहाएं
-दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनें
-आंखों पर बार-बार उंगलियां न लगाएं
Gulabi Jagat
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