हरियाणा
चिंतन शिविर से पार्टी प्रभारी ही हुए दरकिनार, नहीं थम रही हरियाणा कांग्रेस की आपसी खींचतान
Gulabi Jagat
29 July 2022 4:58 AM GMT
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चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस (Haryana Congress) में सब कुछ ठीक-ठाक हो ऐसा कम ही दिखाई देता है. यह हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पहले हरियाणा कांग्रेस में जो भी अध्यक्ष रहा उसके ऊपर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट का हमेशा दबाव बना रहा. हालांकि पार्टी ने उनके कहने पर अध्यक्ष पद तो उनके चहेते को दे दिया लेकिन फिर भी सब कुछ पार्टी में ठीक-ठाक हो जाए ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है. क्योंकि अब हुड्डा गुट के निशाने पर पार्टी प्रभारी विवेक बंसल ही दिखाई दे रहे हैं.
दरअसल 1 अगस्त को पंचकूला के मोरनी में हरियाणा कांग्रेस का चिंतन शिविर आयोजित होना (Haryana Congress Chintan Shivir in Morni Panchkula) है. जिसके लिए पार्टी के तमाम नेताओं जिनमें विधायक, सांसद और पूर्व विधायक और पूर्व सांसदों को भी निमंत्रण दिया गया है. वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल को भी इसमें शामिल होने के लिए बुलाया गया है लेकिन इन सबके बीच शिविर के लिए पार्टी ने प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल को निमंत्रण नहीं दिया है. इस बात की पुष्टि खुद पार्टी प्रभारी विवेक बंसल ने भी की है.
नहीं थम रही हरियाणा कांग्रेस की आपसी खींचतान, चिंतन शिविर से पार्टी प्रभारी ही हुए दरकिनार
विवेक बंसल को निमंत्रण ना दिए जाने की वजह से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि पार्टी में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है. राज्यसभा चुनाव में 1 वोट के गड़बड़झाले के बाद से ही पार्टी में लगातार विवेक बंसल के खिलाफ आवाज उठती रही है. माना जा रहा है कि शायद इसी वजह से ही विवेक बंसल को हरियाणा कांग्रेस अब दरकिनार करना चाहती (Haryana Congress) हैं. इसी वजह से ही उन्हें पंचकूला में होने वाले चिंतन शिविर में आने के लिए निमंत्रण नहीं दिया गया है.एक अगस्त को होने वाले कांग्रेस चिंतन शिविर (Haryana Congress Chintan Shivir) से पार्टी प्रभारी विवेक बंसल को दरकिनार किए जाने के संबंध में जब खुद विवेक बंसल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पार्टी ने जयपुर में हुए चिंतन शिविर में फैसला लिया था कि राज्य स्तर पर भी चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा. ऐसे में पार्टी की मजबूती के लिए और संगठन को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि चिंतन शिविर का आयोजन किया जाए.
अब इसकी तारीख तय हो गई है और हरियाणा में भी चिंतन शिविर का आयोजन हो रहा (Chintan Shivir Haryana) है जो पार्टी के लिए अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि मुझे बुलाया गया है या नहीं या मेरी उस कार्यक्रम में जाने की सूचना जारी हुई है या नहीं. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि चिंतन शिविर का आयोजन हो जिससे प्रदेश में पार्टी का संगठन भी मजबूत हो.
एक तरफ जहां इस शिविर में सभी पार्टी के नेताओं को बुलाया गया है वहीं प्रभारी को निमंत्रण ना दिए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में विवेक बंसल ने कहा कि बहुत से ऐसे कार्यक्रम होते हैं जिसमें प्रभारी शामिल नहीं होते. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी प्रभारी का ऐसे कार्यक्रमों में होना महत्वपूर्ण होता है. हालांकि इस समय इस पर चर्चा करना ज्यादा जरूरी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह इस तरह के मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. जब शीर्ष नेतृत्व के साथ इस संबंध में कोई बात होगी तो इस पर चर्चा जरूर की जाएगी.
वहीं बीते दिनों विवेक बंसल ने पार्टी के एक विधायक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह बार-बार इस तरह के मुद्दों पर कोई बात नहीं करना चाहते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि वे हर तरह की बात कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के सामने रखेंगे और उसमें चर्चा करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे पार्टी के अनुशासित और मर्यादित कार्यकर्ता रहे हैं और भी किसी भी मंच पर पार्टी के खिलाफ कोई भी बयानबाजी नहीं करते हैं. साथ ही शब्दावली किस तरीके की रखनी है इसका भी खासतौर पर ध्यान रखते हैं.
Gulabi Jagat
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