हरियाणा
अस्पताल में चल रहा था भ्रूण की लिंग जांच का धंधा, स्वास्थ्य विभाग ने किया भंडाफोड़
Shantanu Roy
28 July 2022 5:56 PM GMT
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हांसी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीएनडीटी नोडल ऑफिसर डा. प्रभु दयाल के नेतृत्व में हांसी में हिसार चुंगी स्थित एक निजी अस्पताल में छापा मारकर भ्रूण लिंग जांच करने के मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अस्पताल संचालक डॉ उर्मिल धत्तरवाल सहित चार के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट के मामला दर्ज कर तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनों महिलाओं को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अस्पताल की दो अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर, अस्पताल में लगे प्रिंटर और अन्य रिकार्ड जब्त कर लिए गए हैं।
नकली ग्राहक बनाकर भेजा तो 40 हजार में लिंग जांच का सौदा हुआ तय
पीएनडीटी नोडल ऑफिसर डा. प्रभु दयाल व डा. कामिद मोंगा ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उन्हें 20 जुलाई को गुप्त सूचना मिली थी कि हांसी के हिसार चुंगी के पास स्थित उर्मिल धतरवाल के अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के द्वारा लिंग जांच की जाती है। सूचना के आधार पर उन्होंने एक डिकोय तैयार कर जिंदल अस्पताल हिसार में लगी स्टाफ नर्स पूनम से संपर्क किया। पूनम ने स्थानीय निवासी व पूर्व में अस्पताल में काम कर चुकी गीता से संपर्क कर अस्पताल में कार्यरत जसबीर कौर के साथ बात कर लिंग जांच के लिए 40 हजार रुपये में सौदा तय किया। गिरोह के सदस्यों ने डिकाय का 23 जुलाई को अल्ट्रासाउंड करवाया। अल्ट्रासाउंड के बाद डाक्टर ने अपनी रिपोर्ट नहीं बताई। डिकाय को चिकित्सक ने कहा कि आप अपने दलाल के माध्यम से रिपोर्ट पता करें। इस पर उसने दलाल गीता और पूनम से उससे संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि 15 दिन बाद फाइनल अल्ट्रासाउंड किया जाएगा और उसी दिन आपको रिपोर्ट बताई जाएगी।उन्होंने बताया कि 25 जुलाई को गीता ने डिकाय को फोन कर रुपये मांगे और रिपोर्ट देने की बात कही। लेकिन उस दिन हमारी टीम बाहर थी। इसलिए हमने डिकाय को एक दो दिन का समय लेने की बात कही। जिसके बाद नकली ग्राहक को जिंदल अस्पताल के बाहर बुलाया गया और कहा गया कि वह तय रुपए लेकर आ जाए, गीता उसे उसकी रिपोर्ट बता देगी।
जांच के बाद रुपयों के साथ रंगेहाथ पकड़ी गई महिलाएं
उसके बाद पांच बजे डिकाय और महिला साथी से रुपये ले लिए और उसे बताया कि उसकी गर्भ में लड़का है। डा. प्रभु दयाल ने बताया कि डिकाय ग्राहक की कमजोर हालत को देखते हुए गीता ने 40 हजार रुपये में 2 हजार रुपये यह कहते हुए वापस कर दिए कि इन रुपयों से हमारी और से पौष्टिक आहार लेकर खा लेना। उन्होंने बताया कि उसके बाद इशारा मिलते ही महिला पुलिस की मदद से गीता को 38 हजार रुपयों के साथ मौके पर ही पकड़ लिया गया। उसे वहां से लेकर पूनम के घर गए। पूनम घर पर नहीं थी। बुलाने पर आई तो उसे भी पकड़ लिया। उसके बाद दोनों को लेकर देर रात अस्पताल पहुंचे। जहां डिकोय ने अल्ट्रासाउंड करने वाली महिला डॉक्टर व उसकी सहयोगी जसबीर कौर दोनों को पहचान लिया। स्वास्थ्य विभाग ने उसके बाद अस्पताल की दोनों अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर अस्पताल का प्रिंटर व अन्य सामान कब्जे में ले लिया। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में लिंग जांच का यह खेल लंबे समय से चल रहा था।
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