बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा पर काबू पाने में विफल रहने के लिए बुधवार को राज्य सरकार की आलोचना की और दावा किया कि इससे साबित होता है कि मणिपुर की तरह इस उत्तरी राज्य में भी कानून व्यवस्था चरमरा गई है।
नूंह में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के जुलूस पर हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने की स्थिति में नहीं थी, तो इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी। उन्होंने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘राज्य सरकार को हरियाणा में शांति और सौहार्द बहाल करने के लिए ईमानदार प्रयास करने चाहिए... सभी धर्मों और सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करना हर सरकार का संवैधानिक कर्तव्य है।’’
हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर छह हो गई। विहिप ने बजरंग दल के एक घायल कार्यकर्ता की मौत की सूचना दी है। नूंह में शुरु हुई हिंसा राज्य के कुछ अलग हिस्सों तक में फैल गई। हिंसा के दौरान गुरुग्राम में कई दुकानों और गोदामों को आग लगा दी गई। पुलिस के अनुसार, गुरुग्राम में मंगलवार रात कम से कम पांच इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी की सूचना मिली।