x
बड़ी खबर
गुड़गांव। प्रशासनिक अधिकारियों के गढ़ गए जाने वाले लघु सचिवालय पर अब खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। इसके पिलर में दरार आने से यह कोतूहल का विषय बन गया है। लघु सचिवालय में बने विभिन्न अधिकारियों एवं कर्मचारियों में इस दरार को लेकर पूरा दिन चर्चा चलती रही। जैसे ही पिलर में दरार आने की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची वैसे ही यहां ग्रिल लगाकर लोगों का आवागमन रोक दिया गया। जिला प्रशासन का कार्य सुचारु रूप से चलाने के लिए मिनी सचिवालय का निर्माण कराया हुआ है। मिनी सचिवालय में विभिन्न सरकारी विभागों के कार्यालय स्थित हैं। जिला उपायुक्त का कार्यालय भी मिनी सचिवालय में स्थित हैं। प्रशासनिक कांफ्रेंस आदि का भी मिनी सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में आयोजन किया जाता रहा है। प्रतिदिन बड़ी सं या में आमजन भी अपना कार्य कराने के लिए मिनी सचिवालय स्थित विभिन्न कार्यालयों में आते रहते हैं।
6 मंजिला मिनी सचिवालय का निर्माण इनेलो सरकार के कार्यकाल में अत्याधुनिक तकनीक से कराया गया था। मिनी सचिवालय के एक पिलर में ग्राउंड लोर से लेकर 6 मंजिल तक दरार आ गई है। किसी प्रकार की कोई दुर्घटना घटित न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने लोहे की फेंसिंग भी लगाई है, ताकि आमजन इस पिलर के आस-पास न जा सकें और संभावित दुर्घटना को टाला जा सके। जिला अदालत में कार्यरत अधिवक्ता भी सरकारी कार्यों से मिनी सचिवालय प्रतिदिन आते हैं। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव पंडित अरुण शर्मा अधिवक्ता का कहना है कि पिलर में दरार आने से कभी भी कोई भयंकर दुर्घटना घटित हो सकती है। इसके लिए प्रशासन ने जो कदम उठाए हैं, वे पर्याप्त नहीं हैं। अत्याधुनिक तकनीक से इस समस्या का समाधान किया जाना चाहिए, ताकि समय रहते समस्या का समाधान हो सके और कोई अप्रिय घटना भी घटित न हो सके।
Next Story