हरियाणा

प्रदेश के सरकारी स्कूलों का चौंकाने वाला सच, झाड़ू लगाने और पानी ढोने को मजबूर हुए बच्चे

Shantanu Roy
15 July 2022 5:29 PM GMT
प्रदेश के सरकारी स्कूलों का चौंकाने वाला सच, झाड़ू लगाने और पानी ढोने को मजबूर हुए बच्चे
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न्यूज़ क्रेडिट: पंजाब केसरी

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जींद। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए 500 रूपए फीस तय करने के बाद शिक्षा व्यवस्था को लेकर छिड़ी बहस में तीन ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो शिक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर रही हैं। जींद जिले के सरकारी स्कूलों की ये तस्वीरें शिक्षा की जमीनी हकीकत बयां करने के लिए काफी है।

जींद के गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा के जिन हाथों में किताबें होनी चाहिए थी, उन हाथों में झाडू है। वहीं दूसरी ओर डिप्टी सीएम के विधानसभा क्षेत्र में एक स्कूल में बरसात का पानी भर जाने के बाद बच्चों के बाहर निकालने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं तीसरी तस्वीर में छोटे-छोटे बच्चों को पानी से भरे हुए भारी कैंपर उठाते हुए देखा जा सकता है।

गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में खुद ही झाड़ू लगा रही छात्राएं
बेटी-बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले हरियाणा में आज यह नारा कई जगह पूरी तरह से विफल नजर आ रहा है। लोग अपनी बेटियों को पढ़ने के लिए स्कूल तो भेजते हैं। लेकिन वहां उनकी बेटियों को हाथ में झाडू उठाकर क्लास रूम की सफाई करनी पड़ती है। जिनके हाथों में किताबें होनी चाहिए, उनके हाथों में झाड़ू थमा दी गई है।

पानी भरन से तालाब बना स्कूल, ट्रैक्टर-ट्राली से निकाले गए बच्चे

दूसरी और तीसरी हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के विधानसभा क्षेत्र उचाना की हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के विधानसभा क्षेत्र उचाना में के एक सरकारी स्कूल में भी हालात बेहद खराब हैं। बारिश के चलते बुढ़ायन गावं के राजकीय मिडल स्कुल में 2 फिट बारिश का भर गया। स्कूल में पानी भरने से बच्चों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया। एक ट्रैक्टर-ट्राली का सहारा लेकर छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल से बाहर निकाला गया।
छोटे-छोटे बच्चों पर पानी के कैंपर का बोझ
वहीं जिले के एक अन्य सरकारी स्कूल में छोटे-छोटे बच्चे से पानी की ढुआई करवाई जा रही है। बच्चों के हाथ में भारी-भारी कैंपर उठाने का एक वीड़ियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। स्कुल में पढ़ने आने वाले बच्चों के हाथों में 15- 15 किलो के पानी के कैंपर थमा रखे हैं। ऐसे में बच्चे शिक्षा ग्रहण कैसे करेंगे और कैसे आगे बढ़ेंगे ।
इन तीनों मामलों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी सदानंद वत्स ने कहा है कि अब यह मामला प्रशासन के संज्ञान में आ गया है। स्कूल में बच्चों से कैंपर उठवाने और झाड़ू लगवाने के मामलों में संबंधित स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
साभार : पंजाब केसरी
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