हरियाणा

रेडक्रास कालेजों में लगाएगी सेनेटरी नैपकिन मशीनें, पायलट प्रोजैक्ट के लिए चुने 50 कालेज

Shantanu Roy
28 July 2022 5:42 PM GMT
रेडक्रास कालेजों में लगाएगी सेनेटरी नैपकिन मशीनें, पायलट प्रोजैक्ट के लिए चुने 50 कालेज
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चंडीगढ़। प्रदेश के कालेजों में छात्राओं की सुविधा के लिए सैनेटरी पैड मशीनें लगाई जाएंगी। हरियाणा रेडक्रास सोसायटी की ओर से पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर 50 महाविद्यालयों का चयन किया गया है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय इस योजना को हरी झंडी दिखाएंगे। हरियाणा के शिक्षण संस्थानों में लंबे समय से सैनेटरी नैपकिन मशीनें लगाने की योजना पर काम चल रहा है। प्रदेश के ग्रामीण अंचल के विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में पढऩे वाली लड़कियों को महावारी के दौरान कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जागरूकता के अभाव में अभी भी परिजनों द्वारा पुराने कपड़े ही दिए जाते हैं। जिसके चलते स्कूली छात्राएं कई तरह की बीमारियों का शिकार हो रही हैं। हरियाणा रेडक्रास सोसायटी की यूथ रेडक्रास शाखा के अंतर्गत पायलट प्रोजैक्ट के रूप में हरियाणा के ग्रामीण अंचल में चल रहे 50 महाविद्यालयों का चयन किया गया है। रेडक्रास द्वारा सैनेटरी नैपकिन डिस्पेंसिंग एंड डिस्पोजल मशीनों की स्थापना की जाएगी।

हर जिले में चिहिन्त किए गए दो-दो महाविद्यालय
हरियाणा रेडक्रास सोसायटी के राज्य महासचिव डॉ. मुकेश अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक जिले के दो-दो महाविद्यालयों में यह मशीनें लगाई जाएंगी। आमतौर पर नैपकिन को इस्तेमाल के बाद खुले में फैंक दिया जाता है। जिससे वातावरण दूषित होता है। जिसके चलते डिस्पेंसिंग मशीन के साथ डिस्पोजल मशीन भी लगाई जा रही है। जिसमें इस्तेमाल के बाद पैड को डाला जाएगा और वह नष्ट होकर राख के रूप में बाहर आएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रोजैक्ट की शुरूआत के लिए हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से समय मांगा गया है। राज्यपाल द्वारा हरी झंडी दिखाकर इन मशीनों को रवाना किया जाएगा। इसके बाद चयनित कालेजों में इनकी स्थापना की जाएगी। दूसरे चरण में इस योजना का विस्तार करके अन्य महाविद्यालयों तथा विद्यालयों को कवर किया जाएगा।
लड़कियों को जारी किए जाएंगे संकेतिक सिक्के
रेडक्रास राज्य महासचिव डॉ.मुकेश अग्रवाल ने बताया कि कालेज छात्राओं के लिए यह सुविधा पूरी तरह से मुफ्त होगी। सैनेटरी नैपकिन डिस्पेंसिंग मशीन वजन तोलने वाली मशीन की तरह काम करेगी। जिसमें सिक्का डालना जरूरी होगा। इसके लिए संबंधित स्कूल की महिला सफाई कर्मी को सिक्के के वजन जैसे संकेतिक सिक्के जारी किए जाएंगे। छात्रा सफाई कर्मी से सिक्का लेकर इस मशीन में डालेगी और नैपकिन लेगी। इसके बाद छात्रा को इस बात के लिए जागरूक किया जाएगा कि वह नैपकिन का इस्तेमाल करने बाद इसी मशीन में उसे नष्ट करे।
हरियाणा के स्कूलों में लगाए 180 आरओ
हरियाणा के स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को पीने के लिए स्वच्छ पानी मिले इसके लिए रैडक्रास द्वारा अभी तक 180 स्कूलों में आरओ की स्थापना की जा चुकी है। रैडक्रास सचिव के अनुसार आरओ लगाने की योजना का पायलट प्रोजैक्ट पूरा हो चुका है। प्रदेश के कई खंड ऐसे हैं जहां दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। ऐसे इलाकों के स्कूलों में पहले चरण में आरओ लगाए गए हैं। अब आरओ लगाने की योजना का विस्तार करके अन्य स्कूलों को भी कवर किया जाएगा।
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