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पुलिस कर्मचारियों ने बनाई क्रिमिनल मॉनिटरिंग सिस्टम, अपराधियों की पल-पल का देगा अपडेट

Admin4
2 Dec 2022 9:12 AM GMT
पुलिस कर्मचारियों ने बनाई क्रिमिनल मॉनिटरिंग सिस्टम, अपराधियों की पल-पल का देगा अपडेट
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हांसी। एसपी नितिका गहलोत की देखरेख में पुलिस कर्मचारियों ने एक ऐसी फोन एप्लीकेशन बनाई है। जिसमें क्षेत्र के आरोपियों की सभी जानकारियां अपडेट की गई है। इस एप्लीकेशन को क्रिमिनल मॉनिटरिंग सिस्टम का नाम दिया गया है। इस एप्लीकेशन में आरोपियों की प्रॉपर्टी से लेकर माता-पिता और उनके द्वारा किए गए अपराधों के बारे विस्तार से बताया गया है। साथ ही अगर कोई अपराधी जेल से पैरोल पर आता है तो उस बारे भी तुरंत ही पुलिस को नोटिफिकेशन भी प्राप्त हो जाएगा। जिसके बाद पुलिस के कर्मचारी उस अपराधी की पल-पल की अपडेट एप्लीकेशन पर प्राप्त कर सकेंगे।
क्रिमिनल मॉनिटरिंग सिस्टम एप्लीकेशन को एसपी नितिका गहलोत द्वारा गुरुवार को कार्यालय में लांच किया गया। नितिका गहलोत ने बताया कि इस एप्लीकेशन को सभी पुलिस कर्मचारियों के फोन में इंस्टॉल करवा जाएगा। ताकि सभी पुलिस कर्मचारी क्षेत्र के सभी अपराधियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रख सके। इस प्रकार की एप्लीकेशन की शुरुआत करने वाला हांसी जिला पुलिस पहला जिला है। एप्लीकेशन की शुरुआत धीरे-धीरे पूरे राज्य में की जाएगी। इस एप्लीकेशन में सभी अपराधियों के लिए अलग-अलग कैटेगरी बनाई है। एसपी से बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि जब भी कोई अपराधी जेल से बाहर आता है तो उसके बारे पूर्ण जानकारी मिल जाएगी,जिससे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकेगा।
हांसी पुलिस ने क्रिमिनल मॉनिटरिंग सिस्टम एप में तीन अलग-अलग कैटेगरी बनाई है। इसमें रेड, येलो और ग्रीन तीन प्रकार की कैटेगरी बनाई गई है। रेड कैटेगरी में हार्ड क्राइम, हिस्ट्रीशीटर, नए गैंग बनाने वाले अपराधियों को रखा गया है। येलो कैटेगरी में लूट-डकैती और एनडीपीएस के अपराधियों को रखा गया है। ग्रीन कैटेगरी में जुआ,एक्साइज और शराब तस्करी के अपराधियों को रखा गया है। पुलिस की ओर से अभी इस एप्लीकेशन में 55 अपराधियों का डाटा अपडेट किया गया है। डीएसपी, इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी इस पर लगातार नजर रखेंगे और अपराधियों के पल-पल की जानकारी अपडेट की जाएगी।
इस एप्लीकेशन को तैयार करने में खास बात यह है कि यह एप्लीकेशन किसी साफ्टवेयर इंजीनियर से बाहर से तैयार नहीं करवाई गई है। इस एप्लीकेशन को हांसी पुलिस के कर्मचारियों द्वारा ही तैयार किया गया है। इस एप्लीकेशन के बाद अब पुलिस केवल रिकार्ड रूम में रखे रिकॉर्ड पर निर्भर नहीं होगी, बल्कि हर पुलिस कर्मचारी की जेब में सभी अपराधियों का डाटा अपडेट होगा।
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