हरियाणा

ट्विन सिटी के कई नाले नहीं झेल पाए पहली तेज बारिश भी, 52.08 एमएम जलमग्न हुआ शहर, निचले क्षेत्रों में हालात खराब

Gulabi Jagat
30 Jun 2022 12:28 PM GMT
ट्विन सिटी के कई नाले नहीं झेल पाए पहली तेज बारिश भी, 52.08 एमएम जलमग्न हुआ शहर, निचले क्षेत्रों में हालात खराब
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52.08 एमएम जलमग्न हुआ शहर
वही हुआ जिसका डर था। ट्विन सिटी के कई नाले पहली तेज बारिश भी नहीं झेल पाए। 52.8 एमएम बारिश से सड़कें जलमग्न हो गई। घरों व दुकानों में पानी भर गया। वीरवार को शहर की शायद ही कोई ऐसी कालोनी हो, जहां जल जमाव न हो। निचले क्षेत्रों में हालात काफी खराब देखे गए। बारिश कई घंटों तक शहरवासी भय के माहौल में रहे। जिले में सबसे अधिक बारिश प्रतापनगर व छछरौली में 100 एमएम हुई। शहर में स्थिति का जायजा लेने के लिए नगर निगम कमिश्नर आयुष सिन्हा ने स्वयं अधिकारियों के साथ दौरा किया। जहां निकासी प्रभावित थी, तुरंत उसका समाधान करवाया गया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डा. जसविद्र सैनी ने क्षेत्र का दौरा किया और फसलों की स्थिति का जायजा लिया। कहां कितनी हुई बारिश
प्रतापनगर/ छछरौली : 100 एमएम
रादौर : 40
सरस्वतीनगर : 45
बिलासपुर : 70
जगाधरी : 55
साढौरा : 60 एमएम पुराना नेशनल हाईवे जलमग्न :
सुबह नौ बजे बारिश शुरू हो गई थी। 11 बजे तक जोरदार बारिश हुई। उसके बाद हल्की बारिश चलती रही। इस दौरान पुराना नेशनल हाइवे पर जलजमाव होने से यातायात व्यवस्था बाधित रही। शहर के विश्वकर्मा चौक, दुर्गा हनुमान मंदिर सरोजनी कालोनी के पास, बस स्टैंड यमुनानगर, आजाद नगर, लाजपत नगर, जब्बीवाला गुरुद्वारा के पास, माडल टाउन में जेएन कपूर मार्ग, गोबिदपुरी रोड, जगाधरी में झंडा चौक, मुख्य बाजार, मटका चौक सहित अन्य कई स्थानों पर जल जमाव देखा गया। राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। नालों की इंजीनियरिग में खामी :
शहरवासियों का कहना है कि नगर निगम की ओर से नालों की सफाई जरूर करवाई जा रही है, लेकिन कई जगह नालों की इंजीनियरिग सही न होने के कारण ओवरफ्लो की स्थिति बनी। जब्बीवाला गुरुद्वारा के पास ऐसा ही हुआ। यहां नाले में कई मोड़ हैं। जिसके कारण पानी का बहाव गति नहीं पकड़ पाता। जिसके चलते जल जमाव होता है। इसके अलावा कई जगह नालों पर अवैध निर्माण भी है। गन्ना व धान को फायदा :
बारिश से गन्ना व धान की फसल को बहुत लाभ मिला है। दोनों फसलों को पानी की जरूरत थी। इससे फसलों में कीट बीमारियों का भी प्रकोप भी कम होगा और बढ़वार भी होगी। सबसे अधिक बारिश से प्रतापनगर व छछरौली एरिया में हुई है। टीम के साथ क्षेत्र का दौरा किया है। फिलहाल कहीं भी नुकसान की सूचना नहीं है।
डा. जसविद्र सैनी, उप निदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग। कमिश्नर ने लिया शहर का जायजा :
नालों की सफाई को लेकर निगम एरिया को दो जोन में बांटा हुआ है। सफाई के स्तर पर कहीं भी परेशानी नहीं आई है। एजेंसी के कर्मचारी लगातार सफाई कर रहे हैं। बारिश बहुत तेज थी। कई जगह पानी को सही दिशा में बहाव न मिलने के कारण दिक्कत आई है। मैंने खुद अधिकारियों के साथ यमुनानगर व जगाधरी शहर का दौरा किया है। निकासी को लेकर यदि कहीं छिटपुट दिक्कत थी, उसका समाधान करवा दिया गया है।
आयुष सिन्हा, कमिश्नर, नगर निगम।
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