हरियाणा

नशे के कारण दो बेटों और पति को खोया, घर भी बिक गया

Admin4
1 July 2022 12:07 PM GMT
नशे के कारण दो बेटों और पति को खोया, घर भी बिक गया
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पिछले चार सालों में संतोष देवी ने दो बेटों और पति को खो दिया है। वहीं, दामाद के भी नशेड़ी होने के चलते अपनी बेटी को भी अपने पास रखने को मजबूर हैं।

पंजाब बॉर्डर के साथ लगते हरियाणा के फतेहाबाद के रतिया क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में नशे के कारोबार ने गांव से लेकर शहर के वार्डों तक में अपने पांव पसार लिए हैं। नशे की बढ़ती प्रवृत्ति ने कई परिवारों को उजाड़ने का काम किया है।
रतिया शहर के वार्ड नंबर 12 की निवासी बुजुर्ग महिला संतोष देवी का भी नशे ने पूरा घर परिवार उजाड़ दिया। नशे के चलते जहां संतोष देवी का अपना मकान बिक गया, वही पिछले चार सालों में दो बेटों और पति को खो दिया है। वहीं, दामाद के भी नशेड़ी होने के चलते अपनी बेटी को भी अपने पास रखने को मजबूर हैं।
संतोष देवी अब किराए के एक छोटे से कमरे में अपने छोटे बेटे, बेटी और दोहते सहित चार लोगों के साथ रह रही है। हालत यह हो गई है कि छोटे से मकान में बने बाथरूम और टॉयलेट में दरवाजा लगा पाना भी मुनासिब नहीं है। दरवाजे की जगह चद्दर लपेटकर काम चलाया जा रहा है।
चार लोगों के परिवार का खर्चा संतोष देवी का 20 वर्षीय सबसे छोटा बेटा जग्गा मेहनत मजदूरी करके बमुश्किल चला रहा है। प्रशासन से बढ़ते नशे पर रोक लगाने की गुहार लगाते हुए विधवा संतोष देवी कहती हैं कि नशे के कारण उसने अपने खो दिए हैं, लेकिन प्रशासन अगर गंभीरता से नशे पर रोक लगाएं तो कई अन्य परिवार उजड़ने से बच जाएंगे।
नशे में मकान बिका और परिवार खोया
संतोष देवी बताती हैं कि कुछ साल पहले तक उसका भरा पूरा परिवार था। वह वार्ड नंबर 14 में रामनगर कॉलोनी में बनाए अपने मकान में पति और तीन बेटों व एक बेटी के साथ रहती थी। कॉलोनी में नशेड़ी युवाओं की संगत के चलते उसका बड़ा बेटा जगसीर उर्फ भोला नशे का आदी हो गया। नशा न मिलने के चलते 21 जून 2018 को उसके बेटे जगसीर ने आत्महत्या कर ली। बेटे की मौत के बाद उसके पति चेतराम और छोटा बेटा कृष्ण शराब का नशा करने लगे। इसके चलते पति चेतराम की दिसंबर 2018 में मौत हो गई। पिता की मौत के बाद छोटा बेटा कृष्ण भी चिट्टे सहित अन्य नशे की दलदल में धंसने लगा। इस कारण उनका अपना मकान भी बिक गया। नशे की लत काबू नहीं रही तो 29 मई को कृष्ण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस तरह नशे ने उसका पूरा परिवार की उजाड़ कर रख दिया।
नशे के कारण गर्भवती पत्नी ने ले लिया था तलाक
संतोष देवी के अनुसार उसके बेटे कृष्ण का कुछ समय पहले विवाह भी हो गया था और उसकी पत्नी गर्भवती थी। मगर कृष्ण के नशे की आदतों के कारण उसकी पत्नी तंग हो गई और उसकी गर्भवती पत्नी ने कृष्ण से तलाक ले लिया। वह अपने परिजनों के साथ चली गई थी। तलाक लेने के बाद पत्नी को बच्चा हुआ। मगर बाद में उसने किसी और गांव में दूसरी शादी कर ली।
दमाद भी निकला नशेड़ी
संतोष देवी अपने दुखड़े को ब्यां करते हुए बताती हैं कि उसने अपनी बेटी ऊषा का विवाह कुछ समय पहले हिसार जिले के गांव में किया था। बेटा का 10 साल का बेटा भी है। मगर उनका दामाद भी नशे का आदी है। उसकी बेटी के साथ हर रोज मारपीट करता था। इसके चलते कुछ समय पहले वह तंग आकर अपनी बेटी को अपने घर ले आई।
कॉलोनी में कमेटी बनाकर लगाएंगे ठीकरी पहरा
वार्डा नंबर 12 के नवनिर्वाचित पार्षद सतपाल डडवाल का कहना है कि उनके वार्ड और उसके आसपास नशे का चलन काफी बढ़ गया है। इसके चलते उसने कॉलोनीवासियों के साथ मिलकर फैसला लिया है कि नशे को रोकने के लिए वार्ड में कमेटी का गठन करके ठीकरी पहरा लगाएंगे और प्रशासन के साथ मिलकर जागरूकता अभियान भी चलाएंगे। नशे की जद्द में आए युवकों की पहचान करके उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में भेजेंगे।
नशे के खिलाफ जिले के साथ-साथ प्रदेश में एक्शन प्लान तैयार किया गया है। 18 विभागों को मिलाकर वार्ड लेवल पर आमजन के सहयोग से कमेटी बनाई जाएगी, जो नशा करने वाले युवकों को चिह्नित करके उन्हें नशा मुक्ति केंद्र भेजकर नशा छुड़वाने का प्रयास करेगी। नशे का कारोबार करने वालों की पहचान करके उन पर कार्रवाई करने में भी सहयोग करेगी।


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