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हरियाणा में 1178 क्लर्कों को हटाने की प्रक्रिया शुरू

Gulabi Jagat
27 Jun 2022 5:13 PM GMT
हरियाणा में 1178 क्लर्कों को हटाने की प्रक्रिया शुरू
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हरियाणा न्यूज
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) द्वारा वर्ष 2019 में विज्ञापित क्लर्क के 4798 पदों की भर्ती का संशोधित रिजल्ट जारी करने के बाद 1178 क्लर्कों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एचएसएससी ने जहां इन कर्मचारियों को हटाने के नोटिस जारी कर दिए हैं, वहीं संबंधित महकमों ने भी इन्हें नोटिस थमाना शुरू कर दिया है।
भर्ती को लेकर सुनाए फैसले में हाई कोर्ट के स्पष्ट निर्देश थे कि संशोधित रिजल्ट जारी होने के बाद प्रभावित युवाओं को हटाने से पहले नोटिस दिए जाएं। इस कारण विभागों की ओर से सभी प्रभावित कर्मचारियों को नोटिस थमाए जा रहे हैं।
नोटिस मिलते ही कई युवाओं ने संशोधित परिणाम को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने की तैयारी कर ली है। तीन सही जवाबों को भी सिस्टम ने गलत मान लिया था, जिस कारण रिजल्ट तैयार करने में खामियां हुईं। अब डेढ़ साल नौकरी के बाद इन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि 1178 क्लर्कों की नौकरी जाने की दोषी प्रदेश की गठबंधन सरकार है। भर्ती के समय फर्जी दस्तावेज लगाए गए। जिन अभ्यर्थियों के जवाब सही थे, एचएसएससी ने उन्हें गलत माना और गलत रिजल्ट दिया। डेढ़ साल तक नौकरी करने के बाद इन क्लर्कों को हटाए जाने से इनके लिए रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा। इस प्रकरण से साफ है कि मिलीभगत से नौकरियां बेचने का काम किया जा रहा है।
चौटाला ने कहा कि चार साल पहले लागू किए गए 14 हजार एनएचएम कर्मियों के सर्विस बायलाज रूल खत्म करके उनकी जाब सिक्योरिटी को खत्म करने की तैयारी की जा रही है। बायलाज खत्म करने के बाद एनएचएम कर्मियों को आवास भत्ता, महंगाई भत्ता और ग्रेड-पे से लेकर सरकारी भत्ते मिलने बंद हो जाएंगे। गठबंधन सरकार अपने ही बनाए नियमों को खत्म कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।
अनुभव प्रमाणपत्र की त्रुटियां ठीक करवाने के लिए सीएम को लिखी चिट्ठी
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा विभिन्न पदों के लिए विज्ञापन संख्या 14/2019 और 01/2020 की भर्ती में अनुभव प्रमाणपत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। एचएसएससी ने मारुति सुजुकी, हीरो होंडा, आयशर सहित विभिन्न कंपनियों द्वारा अभ्यर्थियों को जारी अनुभव प्रमाणपत्र में गलतियां निकाल दी हैं।
अब जब कई युवाओं ने भाग-दौड़ कर कंपनियों से अनुभव प्रमाणपत्र को दुरुस्त करा लिया है तो आयोग इन्हें स्वीकार नहीं कर रहा। इससे हाल ही में घोषित कई अभ्यर्थी अनुभव प्रमाणपत्र में खामी की वजह से नौकरी से वंचित हो गए हैं। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री और एचएसएससी चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी को पत्र लिखकर मांग की है कि उनके अनुभव प्रमाणपत्र को मान्य किया जाए ताकि पात्र युवाओं का चयन किया जा सके।
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