हरियाणा
गोल्डी बराड़ ने कारोबारी पर हमले की रची थी साजिश, गैंगस्टरों को जेल शिफ्ट कराने का बनाया था प्लान
Shantanu Roy
25 July 2022 5:29 PM GMT
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बड़ी खबर
सोनीपत। सोनीपत एसटीएफ की टीम ने कार्रवाई करते हुए लारेंस बिश्नोई गैंग को विदेश से चला रहे गोल्डी बराड़ की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। गोल्डी बराड़ सोनीपत में दो वारदातों को अंजाम दिलवाना चाहता था। जिनमें से एक के लिए हथियार सप्लाई करने को प्रवीण कुमार उर्फ पीके को भेजा गया था। वारदात को अंजाम देने से पहले ही उसको एसटीएफ ने काबू कर लिया। बता दें कि एसटीएफ की टीम ने झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के गांव पुलासी के लारेंस बिश्नोई गैंग के प्रवीण कुमार उर्फ पीके को अवैध हथियारों और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
उसके पास से यूएसए में बनी हुई स्टार कंपनी की 30 व 32 बोर की दो पिस्टल बरामद की गई हैं। यह दोनों पिस्टल दुलर्भ हैं और बड़े गैंग के पास ही पाई जाती हैं। इनमें 30 बोर की पिस्टल दूर की मार के लिए प्रयोग की जाती है। एसटीएफ ने प्रवीण को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ में ही गोल्डी बराड़ की गहरी साजिश सामने आई है। प्रवीण कुमार ने बताया कि गोल्डी बराड़ ने खरखौदा के एक कारोबारी को चिंहित किया है। उससे अशोक प्रधान गैंग के गैंगस्टर सागर राणा और अरुण बाबा के नाम से रंगदारी मांगनी थी।
रंगदारी मांगने के दो दिन बाद उसको गोली मारनी थी, जिससे सोनीपत जिले में इन दोनों पर जानलेवा हमला कराने और रंगदारी मांगने का अभियोग दर्ज हो जाए। प्रवीण ने बताया कि सागर राणा और अरुण बाबा दोनों झज्जर की जेल में बंद हैं। वह दोनों वहां की जेल में परेशान हैं और जेल से अपराध को संचालित करने में परेशानी आ रही है। जेल में बंद दूसरे गैंग के बदमाश उनको चुनौती पेश कर रहे हैं। इन दोनों पर सोनीपत में अभियोग दर्ज कराकर फिर ये अपने वकील के माध्यम से इनको सोनीपत जेल में ट्रांसफर करा लेते। यह साजिश गोल्डी बराड़ ने रची थी।
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