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मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
जींद | गांव गांगोली की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व मैनेजर जोगेंद्र सिंह ने पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना के तहत फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 50 लोगों के खाते खोले और इनमें 80 लाख रुपये का लोन लेकर राशि डकार गया। जोगेंद्र सिंह को सस्पेंड कर उसके और इस जालसाजी में शामिल कई अन्य खिलाफ पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में गांगोली की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर अजय रंगा ने बताया कि इस बैंक में पूर्व में मैनेजर रहे गुरुग्राम के ओम नगर निवासी जोगेंद्र ने उसके साथी दिनेश के साथ मिलकर कई लोगों के पैन कार्ड की फोटोकॉपी का इंतजाम किया। इन पेन कार्डों को एडिट कर किसी में पिता का नाम तो किसी में जन्मतिथि में बदलाव किया। इसके बाद इन पेन कार्ड पर फोटो भी बदले गए और रंगीन फोटोकॉपी निकालकर बैंक में जमा करवाए और सेविंग अकाउंट खोलने के लिए आवेदन किए।
मामले के बारे में बैंक प्रबंधन और मुख्यालय को पता चलते ही मैनेजर जोगेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई। साथ ही पुलिस को भी एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा गया लेकिन उस समय पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की, जिसके बाद एसपी को एफआईआर दर्ज करवाने के लिए लिखा गया। मामले की जांच आंतरिक जांचकर्ताओं और बैंक स्तर पर फोरेंसिक एक्सपर्ट से भी करवाई गई और फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि जिन दस्तावेजों के आधार पर लोन स्वीकृत किए गए हैं, वह मात्र रंगीन फोटोकॉपी है, जिनके नाम, पते बदले गए हैं और यह फर्जी हैं। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने बैंक के तत्कालीन मैनेजर जोगेंद्र सिंह और उसके साथ दिनेश कुमार के खिलाफ सरकारी धनराशि का दुरुपयोग करने, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
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