हरियाणा
अवैध खनन रोकने का प्रयास कर रहे डीएसपी को ट्रक से रौंदा, मौत
Shantanu Roy
19 July 2022 6:06 PM GMT
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बड़ी खबर
गुरुग्राम। हरियाणा के नूंह जिले में अवैध पत्थर खनन की जांच कर रहे एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) को मंगलवार को उस समय एक ट्रक ने कुचल दिया, जब उन्होंने चालक को रुकने का इशारा किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। डीएसपी की मौत के कुछ घंटे बाद पुलिस ने कहा कि पुलिस अधिकारी की हत्या में शामिल एक व्यक्ति को एक मुठभेड़ के बाद घायलावस्था में गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, तावडू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने दस्तावेज की जांच के लिए एक डंपर-ट्रक को रुकने का इशारा किया था, लेकिन चालक ने रफ्तार बढ़ाते हुए उन्हें कुचल डाला।
उन्होंने बताया कि डीएसपी के चालक और सुरक्षाकर्मी ने सड़क के किनारे कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन सुरेंद्र सिंह ट्रक की चपेट में आ गए। पुलिस ने बताया कि सिंह को फौरन पास के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, सिंह अपनी टीम के साथ तावडू के निकट पचगांव में अरावली पहाड़ियों में अवैध पत्थर खनन पर रोक के वास्ते छापे मारने गये थे और करीब 11 बजकर 50 मिनट पर उन्होंने ट्रक को देखकर रुकने का इशारा किया था।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है, जबकि विपक्ष ने अवैध खनन के मामले में प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। खट्टर ने हिन्दी में ट्वीट किया, ''तावडू (नूंह) के डीएसपी सुरेंद्र सिंह जी की हत्या के मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दे दिए गए हैं, एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।'' हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पी.के. अग्रवाल ने नूंह में घटनास्थल का दौरा किया और पत्रकारों से कहा कि हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा, ''मुझे बताया गया है कि एक संदिग्ध को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है। संदिग्ध को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगी है और उसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।'' डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति मुख्य अरोपी नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है, अग्रवाल ने कहा कि पुलिस टीम ट्रक चालक की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है। इससे पहले खबर आई थी कि गिरफ्तार व्यक्ति ही ट्रक चालक है।
अग्रवाल ने कहा, ''अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना में शामिल सभी दोषियों के साथ कानून के दायरे में सख्ती से निपटा जाएगा। हरियाणा पुलिस किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ेगी।'' डीजीपी ने कहा कि पुलिस टीम हत्या में शामिल अन्य लोगों की धरपकड़ के लिए छापे मार रही है। अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2015 से, प्रतिवर्ष नूंह में अवैध खनन की करीब 50 शिकायतें दर्ज की जाती हैं। उन्होंने बताया कि खनन माफिया के सदस्यों और पुलिस के बीच अक्सर फसाद होता रहा है।
हरियाणा पुलिस में डीएसपी सिंह की भर्ती 1994 में सहायक उपनिरीक्षक के पद पर हुई थी और वह कुछ महीनों में ही सेवानिवृत्त होने वाले थे। मूल रूप से हिसार जिले के सारंगपुर गांव के निवासी सिंह कुरुक्षेत्र में अपने परिवार के साथ रह रहे थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस घटना की न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की है और आरोप लगाया है कि खनन माफियाओं की राज्य सरकार से साठगांठ है।
उन्होंने कहा, ''क्या मुख्यमंत्री नहीं जानते हैं कि यमुनानगर से नूंह और मेवात तक एक खनन माफिया फल-फूल रहा है? सरकार मूक दर्शक की तरह क्यों बर्ताव कर रही है?'' हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''हमने बार-बार कहा है कि आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है और हाल के दिनों में कई विधायकों को भी धमकियां मिली हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार का यहां अस्तित्व नहीं है और कानून का शासन नहीं है।'' आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने भी शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ''अत्यंत दुखद। हरियाणा में एक पुलिस अधिकारी की मौत सरकार की सम्पूर्ण प्रणाली की विफलता का परिणाम है। जनता कैसे सुरक्षित होगी, जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है?''
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