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डॉक्टर भगवान तो नहीं परंतु भगवान से कम भी नहीं: स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज
Shantanu Roy
31 July 2022 6:02 PM GMT
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चंडीगढ़। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने डॉक्टरों को सैल्यूट करते हुए कहा कि 'डॉक्टर भगवान तो नहीं परन्तु भगवान से कम भी नहीं हैं, सरकार और मेरा ध्येय है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह अमीर है या गरीब, चिकित्सा सुविधा के अभाव में उसकी जिंदगी नहीं जानी चाहिए और हम सबको मिलकर इस दिशा में कार्य करना है, चाहे वह सरकारी अस्पताल हो या प्राइवेट।
मंत्री विज ने चिकित्सकों को स्मृति चिन्ह व प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मानित
स्वास्थ्य मंत्री विज रविवार को हरियाणा मेडिकल काउंसिल द्वारा आयोजित 'हरियाणा चिकित्सक गौरव अवार्ड' कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेशभर से आए डॉक्टरों एवं अन्य को संबोधित कर रहे थे। मौके पर उन्होंने प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ घोषित किए गए अस्पताल एवं चिकित्सकों को स्मृति चिन्ह व प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित किया। हरियाणा के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों की श्रेणी में अम्बाला छावनी के सिविल अस्पताल को प्रथम घोषित किया गया। इसके अलावा दूसरे स्थान पर पंचकूला सिविल अस्पताल और तीसरे स्थान पर करनाल सिविल अस्पताल रहा। अस्पताल के स्टाफ को मंत्री विज ने सम्मानित किया। इसके अलावा प्रदेशभर से लगभग 70 सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डा. आरके अनेजा व रजिस्ट्रार डा. संदीप छाबड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भगवान शिव की प्रतिम भेंट की जबकि एसीएस राजीव अरोड़ा एवं डीजी हेल्थ डा. वीणा सिंह को स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिनंदन किया। मौके पर डीसी विक्रम सिंह, एसडीएम डा. बलप्रीत सिंह, सिविल सर्जन डा. कुलदीप सिंह, पीएमओ डा. राकेश सहल, संजीव वालिया, सुरेन्द्र तिवारी, शैली खन्ना, दीपक भसीन, आशीष अग्रवाल, विकास जैन सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
स्वास्थ्य बजट पहले 1700 करोड़ था आज 6500 करोड़ है : स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अभी मंजिल दूर है, स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अभी और कार्य करने हैं। हर आदमी को चिकित्सा सुविधा उसके नजदीक मिले, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे करवाया जा रहा है। इस सर्वे में डब्ल्यूएचओ के मापदंडों के तहत कहां पर चिकित्सा के क्षेत्र में क्या-क्या सुविधाएं चाहिए, उन सभी का आकलन किया जाएगा। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है, जो इस प्रकार की मैपिंग करवा रहा है, मैपिंग के जरिए जाना जाएगा कि कहां-कहां क्या-क्या स्वास्थ्य सेवाओं की जरुरत है। उन्होंने कहा कि जब 2014 में वह स्वास्थ्य मंत्री बने थे, उस समय स्वास्थ्य विभाग का बजट 1700 करोड़ रुपये था, अब यह बढक़र 6500 करोड़ रुपये हो गया है। हमारा प्रयास है कि जहां पर बिल्डिंग की हालत ठीक नही है, उन भवनों को दुरूस्त करने का काम किया जाए। उन्होंने कहा कि हम बैस्ट सर्विस तो चाहते हैं, उसके लिये बेस्ट एनवायरमेंट भी होना चाहिए तथा उस दिशा में हम लगे हुए हैं। डॉक्टरों को उनके रुतबे के मुताबिक सैलरी मिले, अन्य सुविधाएं मिले, इसके लिये विभाग निरंतर कार्य कर रहा है।
कोरोना काल में डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने लाखों जीवन बचाए : मंत्री विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस मौके पर डॉक्टरों को सैल्यूट करते हुए कहा कि डॉक्टर भगवान तो नहीं परंतु परन्तु भगवान से कम भी नहीं हैं। कोरोना वैश्विक महामारी में डॉक्टरों के साथ-साथ पैरा मैडिकल स्टाफ व अन्य ने अपनी जिंदगी की परवाह न करते हुए लाखों लोगों की जिंदगियों को बचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वह खुद इसके साक्षी हैं। कोरोना महामारी की चपेट में आने के बाद उनकी हालत काफी गंभीर भी हो गई थी। भगवान उन्हें अपनी तरफ खींच रहा था लेकिन डॉक्टर उन्हें अपनी तरफ खींच रहे थे और उन्हीं की बदौलत उन्हें वापिस जिंदगी मिली है। वह पूरी डॉक्टर कम्यूनिटी को सैल्यूट करते हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति अपने काम को करते हुए सम्मान चाहता है। वह भी चाहते हैं कि जो व्यक्ति अच्छा कार्य करे, उसे सम्मान मिलना चाहिए। गीता में भी कहा गया है 'कर्मण्यवाधिकारस्ते मां फलेषु कदाचन' अर्थात व्यक्ति को काम करने का अधिकार है, फल की इच्छा न करें। हर साधारण व्यक्ति निष्काम भाव से कार्य करता है और उसे कार्य के बदलते प्रोत्साहित न किया जाए तो वह कई बार निराश भी हो जाता है। काम के साथ-साथ व्यक्ति को प्रोत्साहित किया जाना बहुत जरूरी है। हरियाणा मेडिकल काउंसिल द्वारा आज जो यह कार्य किया गया है और इस विषय को चुना गया है, वह उसकी प्रशंसा करते हैं।
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