हरियाणा

साथी का हत्यारा बना फिल्मी हीरो, 30 साल बाद एसटीएफ के हत्थे चढ़ा

Shantanu Roy
1 Aug 2022 5:23 PM GMT
साथी का हत्यारा बना फिल्मी हीरो, 30 साल बाद एसटीएफ के हत्थे चढ़ा
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गुड़गांव। लूट के दौरान अपने साथी की हत्या करने वाले एक हत्यारे को स्पेशल टास्क फोर्स हरियाणा की गुड़गांव टीम ने पानीपत से काबू किया है। आरोपी ने 30 साल पहले वारदात को अंजाम दिया था और फरार हो गया था। आरोपी इन 30 सालों तक उत्तर प्रदेश की फिल्मों में हीरो का किरदार निभाता रहा और 28 फिल्मों में अभिनय किया। अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ था। इसके साथ ही उस पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ जयबीर सिंह राठी, उप पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार के दिशा-निर्देशानुसार में गुड‍़गांव यूनिट के एसटीएफ इंचार्ज उप निरीक्षक राम निवास की टीम ने सोमवार सुबह 30 साल से फरार चल रहे हत्या व चोरी समेत अन्य वारादातों में वांछित बदमाश पानीपत निवासी ओमप्रकाश उर्फ पासा को हरबंस नगर गाजियाबाद से काबू किया है। आरोपी पासा ने 15 जनवरी 1992 को भिवानी में अपने साथी की लूट के दौरान हत्या कर दी थी। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की टीम में पीएसआई विकास, एसआई विवेक कुमार, हेड कांस्टेबल सूर्यकांत, धर्मेंद्र, दिनेश कुमार, कांस्टेबल नरेंद्र कुमार साइबर क्राइम व कांस्टेबल प्रद्युमन साइबर हेडक्वार्टर को शामिल किया गया था जिन्होंने आरोपी को ट्रेस करके उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।

एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी पासा ने साल 1984 में आर्मी के सिग्नल कौर से गैरहाजिर हो गया था और क्राइम की दुनिया मे आया। उसने साल 1986 से वारदातो को अंजाम देना शुरू किया। साल 1988 में आरोपी को आर्मी द्वारा डिसमिस फ्रॉम सर्विस किया गया। साल 1992 में अपने साथी की लूट के दौरान चाकू मारकर हत्या कर दी थी और घर से फरार हो गया। वह अपना नाम बदलकर गाजियाबाद के हरबंस नगर में रहने लगा। साल 2007 तक अपनी पहचान छिपाकर रहने के बाद उसने यूपी की फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया। 2007 से उसने फिल्म टकराव, दबंग छोरा यू.पी., झटका, जैसी 28 फिल्मों मे कलाकार की भूमिका निभाई। अब सूचना मिलते ही एसटीएफ गाजियाबाद पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर दिया। आरोपी को भिवानी सदर थाना पुलिस के हवाले किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि साल 1986 में पासा ने सोनीपत शहर एरिया में कार चोरी की थी। इस मामले में वह भगोड़ा घोषित है। इसके बाद उसने साल 1990 में पानीपत सदर थाना एरिया से बाइक व एक मशीन चोरी की। इसके अलावा साल 1990 में ही उसने खरखोदा सोनीपत एरिया से उसने एक बजाज स्कूटर भी चोरी किया। साल 1992 में उसने भिवानी सदर एरिया में हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। इसके अलावा उसके खिलाफ राजस्थान में भी दो मुकदमें दर्ज हैं। इनकी जांच की जा रही है।
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