हरियाणा

CM मनोहर लाल ने कहा- BJP-JJP गठबंधन में एक साथ मिलकर लड़ा जाएगा आदमपुर उपचुनाव

Gulabi Jagat
10 Oct 2022 1:05 PM GMT
CM मनोहर लाल ने कहा- BJP-JJP गठबंधन में एक साथ मिलकर लड़ा जाएगा आदमपुर उपचुनाव
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Source: Punjab Kesari

आदमपुर में बीजपी-जेजेपी को लेकर बने सस्पेंस के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दोनों पार्टियां आदमपुर में ही एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी तथा जेजेपी दोनों संगठन राजनीतिक रूप से सरकार में एक साथ हैं। आदमपुर उपचुनाव में भी दोनों राजनीतिक दल मिलकर एक साथ लड़ेंगे। आदमपुर उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार भव्य बिश्नोई के प्रचार के लिए लगाए गए पोस्टरों में जेजेपी नेताओं के चित्र गायब होने के जजपा ने इसे लेकर आपत्ति उठाई थी। इसे लेकर सीएम मनोहर ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि आदमपुर के चुनाव बीजेपी-जेजेपी दोनों मिलकर एक साथ लड़ेंगे। उन्होंने दोनों पार्टियों में अनबन को लेकर बन रही आशंकाओं पर विराम लगा दिया।
कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन
मुख्यमंत्री मनोहर लाल पंचकूला स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी को भाजपा में शामिल करवा रहे थे। इस मौके पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री तथा विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे भूपेंद्र राणा ने भी दलबल के साथ कांग्रेस से किनारा कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
हुड्डा के हाथ में चौधर रही तो 20 साल तक कांग्रेस को नहीं मिलेगी सत्ता
भाजपा में शामिल होने वाले नेता अनिल धंतौड़ी ने इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकर निशाना साधा। धंतौड़ी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छत्रछाया में देश लगातार खुशहाल हो रहा है। क्योंकि वह परिवारवाद से दूर हैं। किसी को भी लाकर मौका दे देते हैं। मैं इस बात का कायल हूं। सबका साथ सबका विकास और उनके प्रयास से प्रभावित हूं। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम मनोहर ही नहीं, बल्कि उनके काम भी मनोहर हैं। मनोहर नीतियों से हरियाणा को चलाने वाले हमारे मुख्यमंत्री बेहद सादा जीवन और सादे विचारों वाले हैं। उनके जीवन से प्रभावित हूं। धंतौड़ी ने कहा कि मोदी और मनोहर परिवारवाद के खिलाफ हैं। वहीं दूसरी ओर हुड्डा को अपने बेटे दीपेंद्र को खुद राजनीति में स्थापित करना पड़ा। हुड्डा के कारण कांग्रेस समापन की ओर बढ़ रही है। और दावा करता हूं कि अगर हुड्डा के हाथ में चौधर और बागडोर रही तो अगले 20 साल तक भी कांग्रेस सत्ता में नहीं आएगी। 95 साल तक क्या वह राजनीति करते रहेंगे। किसी को आगे नहीं आने एक ही सोच बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
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