हरियाणा
अंबाला : 2019 में शुरू हुआ परियोजना पर काम, मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य किया निर्धारित
Tara Tandi
30 Sep 2023 7:09 AM GMT
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2500 करोड़ रुपये से अंबाला मंडल के अधीन आने वाले राजपुरा-बठिंडा रेल सेक्शन का दोहरीकरण होगा। इससे ट्रेनों की गति बढ़ेगी। इस परियोजना पर रेलवे की ओर से तेजी से काम चल रहा है। मंंडल रेल प्रबंधक के अनुसार यह परियोजना कुल 173 किलोमीटर रेलवे ट्रैक के लिए तैयार की गई थी। इसके तहत कार्य की शुरुआत वर्ष 2019 में शुरू हुई, लेकिन कोरोना के कारण काम लगभग दो साल के लिए लंबित हो गया। अब इसे पूरा करने का लक्ष्या मार्च 2024 निर्धारित किया है।
इस परियोजना के तहत 107 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक बिछाया जा चुका है। दो दिन पहले रेलवे सुरक्षा आयुक्त की ओर से हडिया और सेखों के बीच नए रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया जा चुका है। उन्होंने कार्य पर संतुष्टि जताई है। उन्होंने तैयार हो चुके रेल सेक्शन पर ट्रेनों के संचालन को लेकर हरी झंडी दे दी है। वहीं मंडल स्तर पर ट्रेनों के संचालन को लेकर मंथन भी शुरु हो गया है।
तीन चरणों में चल रहा काम
राजपुरा से बठिंडा तक नए ट्रैक को बिछाने का मौजूदा कार्य तीन चरणों में चल रहा है। इसमें राजपुरा-दाउकलां, नाभा-हडिया और लहरा मोहब्बता-बठिंडा का कार्य पूरा कर लिया गया है। जल्द ही दाउकलां-नाभा, हडिया-लहरा मोहब्बता और धूरी-पटियाला यार्ड का कार्य भी शुरु हो जाएगा।
शताब्दी और वंदे भारत चलाने की योजना
राजपुरा से बठिंडा तक रेल सेक्शन का दोहरीकरण होते ही शताब्दी सहित वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन की योजना भी तैयार होगी, जिससे कि इस सेक्शन पर आवागमन करने वाले यात्रियों को भी समुचित सुविधाएं मिल सकें और वो बिना किसी परेशानी के ट्रेनों के माध्यम से आवागमन कर सकें।
मौजूदा समय में ट्रेनों का संचालन
मौजूदा समय में अंबाला कैंट से बठिंडा तक दर्जनभर ट्रेनों का संचालन हो रहा है। इसमें 14887 ऋषिकेश-बाड़मेर एक्सप्रेस, 14525 अंबाला कैंट-श्रीगंगानगर इंटरसिटी, 14736 अंबाला कैंट-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस, 04547 अंबाला कैंट-बठिंडा, 14507 दिल्ली-फाजिल्का और 14711 ऋषिकेश-श्रीगंगानगर इंटरसिटी एक्सप्रेस शामिल हैं।
अधिकारी के अनुसार
अंबाला मंडल के अधीन राजपुरा-बठिंडा रेल सेक्शन का कार्य तेजी से हो रहा है। यह 2500 करोड़ रुपये की परियोजना है। इसके तहत कुल 173 किमी का ट्रैक बिछाया जाना है। 107 किमी का ट्रैक डाला जा चुका है। मार्च 2024 तक इस परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा। -मंदीप सिंह भाटिया, डीआरएम अंबाला।
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