जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हरियाणा पुलिस ने धोखाधड़ी में शामिल साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, पुलिस ने नूंह जिले के साइबर क्राइम हॉट-स्पॉट क्षेत्रों में छापेमारी की है। इस दौरान 5,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों वाली 102 टीमों ने शुक्रवार देर रात नूंह जिले के 14 गांवों में 300 स्थानों पर छापे मारने पहुंची। आपको बता दें कि इस छापेमारी में 125 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस को स्मार्टफोन, लैपटॉप, आधार कार्ड और एटीएम स्वाइप मशीन समेत अन्य सामान मिले हैं।
शुक्रवार को डीआईजी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) सिमरदीप सिंह ने बताया कि डीजीपी हरियाणा पी.के. अग्रवाल के मुताबिक, पुलिस ने यह अभियान साइबर अपराधियों के खिलाफ शुरू किया है। उन्होंने ये जानकारी दी कि नूंह जिले के कई इलाकों में साइबर ठगी से जुड़ी खुफिया जानकारी और ऐसे इनपुट मिलने के बाद, उन्होंने छापेमारी की है। इस अभियान में 1 एसपी, 6 एडिशनल एसपी, 14 डीएसपी और अन्य पुलिसकर्मियों ने साइबर अपराधियों के खिलाफ व्यापक कार्रवाई की है।
सिंह ने कहा, “साइबर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ पुलिस की 102 छापेमारी पार्टियों ने कार्रवाई की। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने एक साथ पुन्हाना, पिनांगवा, फिरोजपुर झिरका और बिछोरे इलाकों के 14 चिन्हित गांवों में छापेमारी की।”
सबसे पहले जिले में साइबर क्राइम के हॉटस्पॉट माने जाने वाले 14 गांवों की लिस्ट बनाई गई। इस दौरान खेड़ला, लुहिंगा खुर्द, लुहिंगा कलां, गोकलपुर, गोधोला, अमीनाबाद, महू, गुलालता, जयमत, जाखोपुर, नई, तिरवारा, ममलिका और पापड़ा जैसे गांवों को साइबर क्राइम हॉटस्पॉट के रूप में पहचाना गया।
सबसे अधिक 31 साइबर अपराधी नाई गांव से, 25 गांव लुहिंगा कलां से, 20-20 जैमत और जाखोपुर से, 17-17 खेड़ला और तिरवारा से और 11 अमीनाबाद से पकड़े गए हैं। पुलिस ने 10 हजार रुपये के इनामी बदमाश को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से कुल 66 स्मार्टफोन, 65 फर्जी सिम, 166 आधार कार्ड, 3 लैपटॉप, विभिन्न बैंकों के 128 एटीएम कार्ड, 2 एटीएम स्वाइप मशीन, 01 एईपीएस मशीन, 6 स्कैनर, 5 पैन कार्ड आदि बरामद हुए हैं। इनके पास से 7 देशी पिस्टल, 2 कारतूस, 2 कार, 4 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और 22 मोटरसाइकिलें भी बरामद की गई हैं। पुलिस द्वारा साइबर और अन्य आपराधिक मामलों में शामिल 69 आरोपियों को निशाना बनाकर छापेमारी की गई।
सिंह ने कहा, “प्रारंभिक जांच में पकड़े गए आरोपियों का संबंध अन्य राज्यों के साइबर अपराधियों से भी सामने आया है, और इस संबंध में आगे की जांच जारी है।”