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गुजरात। गुजरात में आज होने वाले जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के कारण एग्जाम को रद्द कर दिया गया है। पेपर लीक मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। राज्य पंचायत परीक्षा बोर्ड ने यह जानकारी दी। पेपर लीक पर बवाल शुरू हो गया है। गोधरा और जामनगर सहित कई शहरों में उम्मीदवारों ने प्रदर्शन किया। वहीं अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पेपर लीक मामले पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। केजरीवाल ने ट्वीट कर सवाल उठाया है कि गुजरात के लगभग हर एग्जाम में पेपर लीक क्यों हो जाता है? करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है।
गुजरात में रविवार को 2,995 केंद्रों पर जूनियर क्लर्क का एग्जाम होना था। कुल 9.5 लाख अभ्यर्थियों ने 1,181 पदों पर भर्ती के वास्ते आयोजित की जा रही इस परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। बोर्ड ने एक बयान में बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने रविवार तड़के संदिग्ध को पकड़ा और उसके पास से परीक्षा के प्रश्नपत्र की प्रति बरामद की, जिसके बाद गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड ने अभ्यर्थियों के व्यापक हित में परीक्षा 'स्थगित करने' का निर्णय लिया। बोर्ड ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। उसने बयान में बताया, ''जूनियर क्लर्क (प्रशासनिक/लेखा) परीक्षा 29 जनवरी को पूर्वाह्न 11 से 12 बजे के बीच विभिन्न जिलों में होनी थी।
रविवार तड़के पुलिस से मिली सूचना के अनुसार, संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ के आधार पर उसके पास से प्रश्नपत्र की एक प्रति जब्त की गई है।'' बोर्ड ने अभ्यर्थियों (candidates) को हुई असुविधा के लिए खेद जताया और उनसे परीक्षा केंद्रों पर नहीं जाने की अपील की। उसने कहा, ''परीक्षा जल्द से जल्द नए सिरे से आयोजित की जाएगी, जिसके लिए बोर्ड नया विज्ञापन जारी करेगा।'' प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोसी ने दावा किया कि पिछले 12 सालों में यह 15वीं सरकारी प्रतियोगी परीक्षा है, जिसे प्रश्नपत्र लीक हो जाने के कारण रद्द किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कड़ी कार्रवाई करने का दावा करती है, लेकिन मुख्य अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। सरकार राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है।
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