गुजरात

मोरबी ब्रिज हादसे में 70 लोगों का शव बरामद, बचाव कार्य जारी

Shantanu Roy
30 Oct 2022 5:08 PM GMT
मोरबी ब्रिज हादसे में 70 लोगों का शव बरामद, बचाव कार्य जारी
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बड़ी खबर
मोरबी। रविवार शाम को गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना केबल पुल टूटने से एक बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में अब तक 70 लोगों के शव बरामद किये गए है। इस घटना के दौरान पुल के ऊपर खड़े कई लोग नदी में गिर गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गईं और रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त सैकड़ों की तादाद में लोग पुल पर मौजूद थे।
गुजरात के मोरबी में रविवार शाम करीब 6.30 बजे केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए। मोरबी के पूर्व भाजपा विधायक कांति अमृतिया ने दावा किया है कि हादसे में अब तक 60 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इनमें 25 से ज्यादा बच्चे भी शामिल हैं। गुजरात सरकार के मंत्री बृजेश मेरजा ने पहले 35 लोगों की मौत की बात कही थी, बाद में उन्होंने भी 60 मौतों की पुष्टि की। रेस्क्यू के लिए वायुसेना के गरुड़ कमांडो रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी इस समय केवड़िया में हैं, बताया जा रहा है कि वे भी मोरबी जाएंगे। बता दें कि यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। हाल ही में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से इसके मरम्मत का काम पूरा किया गया था। दिवाली के एक दिन बाद यानी 25 अक्टूबर को इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (02822243300) जारी किया है। इसके अलावा घायलों के इलाज के लिए मोरबी और राजकोट हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड बनाया गया है।
ब्रिज पर क्षमता से ज्यादा लोग, यही हादसे की वजह
ब्रिज की क्षमता करीब 100 लोगों की थी, लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते इस पर करीब 500 लोग जमा थे। यही हादसे की वजह बना। भास्कर को मोरबी के भाजपा सांसद मोहन कुंडारिया ने बताया कि ब्रिज टूटने से जहां लोग गिरे, वहां 15 फीट तक पानी था। कुछ लोग तैरकर बाहर निकल आए, लेकिन कई लोग झूले पर अटके रहे। इन्हें बाहर निकाला जा रहा है। रेस्क्यू के लिए SDRF और NDRF की टीमें मौजूद घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए SDRF और NDRF की टीमें मौके पर मौजूद हैं। इसके अलावा ​​​​ कच्छ और राजकोट से तैराकों और 7 दमकल की टीमें रवाना की गई हैं। कंट्रोल रूम और हेल्प लाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। CM भूपेंद्र पटेल खुद मोरबी के लिए रवाना हो गए हैं।
वायुसेना के गरुड़ कमांडो रवाना हुए
देरशाम रेस्क्यू के लिए जामनगर से वायुसेना के 50 गरुड़ कमांडो रवाना हो गए हैं। उनके साथ 50 रेस्क्यू बोट भी भेजे गए हैं। ये गरुड़ कमांडो रात में करेंगे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएंगे।
रेस्क्यू टीमों ने कई लोगों को नदी से निकालकर अस्पताल भेज दिया है। वहीं अन्य लोगों की तलाश भी जारी है। सभी लोगों को जल्द से जल्द नदी से बाहर निकालने की कोशिशें जारी हैं। रविवार को छुट्टी का दिन होने के चलते आज यहां काफी भीड़भाड़ थी। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख जताया है। यह पुल करीब 100 साल पुराना बताया जा रहा है और कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत कराई गई थी। मरम्मद के बाद 5 दिन पहले ही इसे आम जनता के लिए फिर से खोला गया था।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट कर कहा, "मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने की त्रासदी से मुझे गहरा दुख हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मैं इस संबंध में जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं।" मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे मोरबी हादसे के बारे में बात की और स्थिति की जानकारी ली । पीएम ने पूरी स्थिति और बचाव कार्यों की निरंतर निगरानी के संबंध में सिस्टम को आवश्यक निर्देश और मार्गदर्शन दिया है।
पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम से की बात
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों ने मोरबी में हुई दुर्घटना के संबंध में बात की है। उन्होंने बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल जुटाने, स्थिति की बारीकी से और लगातार निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने को कहा है।
एनडीआरएफ मौके पर पहुंच रही
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत इलाज देने के निर्देश दिए हैं। वहीं, मोरबी के विधायक और राज्य मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा कि पुल गिरने से कई लोग नदी में गिर गए। बचाव अभियान जारी है। ऐसी खबरें हैं कि कई लोग घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब यह पुल टूटा इस झूलते पुल पर कई महिलाएं और बच्चे थे।
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