छत्तीसगढ़

जहां भी चुनाव या महाधिवेशन होता है, ईडी आती है

Nilmani Pal
22 Feb 2023 5:00 AM GMT
जहां भी चुनाव या महाधिवेशन होता है, ईडी आती है
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वेणुगोपाल ने तैयारियों का लिया जायजा, बीजेपी पर बोला तीखा हमला

रायपुर (जसेरि)। छत्तीसगढ़ में ईडी के छापे को लेकर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केंद्र पर तीखा हमला बोला है। कहा कि ईडी का छापा पूरी तरह से राजनीति विवाद का नतीजा है। जहां भी चुनाव या महाधिवेशन होता है, वहीं ईडी आती है। पूरे भारत को ये सब पहले से ही पता है। कांग्रेस सीबीआई और ईडी के नाम से नहीं डरेगी। कांग्रेस किसी चीज से डरने या भागने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें कानून पर भरोसा है। कानून के हिसाब से लड़ेंगे। हमे पहले से ही आशंका थी, कि ऐसा हो सकता है। वेणुगोपाल के स्वागत में माना एयरपोर्ट पर मंत्री कवासी लखमा, विधायक विकास उपाध्याय समेत कांग्रेस नेता मौजूद रहे।

केसी वेणुगोपाल मंगलवार को राजधानी रायपुर पहुंचे। माना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि, प्रदेश में चल रही ईडी की कार्रवाई हमें पहले से मालूम था, जब भी कांग्रेस पार्टी कोई बड़ा आयोजन करती है बीजेपी ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग करती है, कांग्रेस श्वष्ठ और सीबीआई से डरने वाली नहीं है। अधिवेशन की तैयारियों को लेकर कहा। अधिवेशन को लेकर के तमाम तरह की तैयारियां पूरी हो गई हैं। बड़ा अरेंजमेंट किया गया है। उन्होंने नवा रायपुर पहुंचकर महाधिवेशन स्थल का निरीक्षण किया। तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद महाधिवेशन को लेकर समीक्षा करेंगे। निरीक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद रहे। वहीं पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री अमरजीत भगत और प्रेमसाय सिंह टेकाम भी मौजूद रहे।

दिल्ली-नागपुर से आएंगी लग्जरी गाडिय़ां, रायपुर के सभी बड़े होटल बुक, 15 हजार लोग होंगे शामिल

कांग्रेस का तीन दिवसीय 85वां राष्ट्रीय महाधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक नवा रायपुर में होगा। राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि और राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इस अधिवेशन को ऐतिहासिक बनाने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस पूरी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में तकरीबन 15 हजार लोगों की आने की संभावना है। 24 और 25 को मेला स्थल में कांग्रेस की बैठक होगी। इसके बाद 26 को एक बड़ी जनसभा होगी इसमें 2 लाख लोगों को जुटाने की तैयारी की जा रही। 15 हजार से अधिक कांग्रेसी नेताओं के आने और मीटिंग की व्यवस्था को लेकर तैयारी की जा रही है। उनके लिए 1500 से ज्यादा गाडिय़ों की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही स्थानीय नेता भी अपनी गाडिय़ां इसमें उपयोग में ली जाएंगी। नागपुर से 300 इनोवा, दिल्ली से 100 लग्जरी कार, 400 बड़ी और लग्जरी बसें बुक की गई हैं। इसमें 600 सरकारी गाडिय़ां भी लगाई जाएंगी। ये नेताओं के फालो और सुरक्षा में रहेगी। पार्टी के बड़े नेताओं के लिए बड़े-बड़े रिजॉर्ट और होटलों में कमरे बुक कर लिए गए है। अधिवेशन में आने वालों के रुकने के लिए करीब 150 बड़े होटल्स बुक कर लिए गए हैं। इसके अलावा 100 छोटे-बड़े रेस्ट हाउस, धर्मशाला, क्लब हाउस और मैरिज पैलेस सभी जगहों को बुक किया है। अधिवेशन स्थल के मंच को बहुत विशाल बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया, मंच पर 150 से 175 नेताओं के बैठने की व्यवस्था रहेगी। बैठक व्यवस्था ऐसी रहेगी कि सभी कार्यकताओं को मंच पूरा नजर आए। इसके अलावा एलईडी स्क्रीन भी लगाई जा रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में तकनीक का पूरा उपयोग किया जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी आईजी शेख आरिफ हुसैन को सौंपी गई है। उनके साथ प्रदेशभर के 3 डीआईजी, 10 आईपीएस 78 एएसपी और डीएसपी से लेकर बटालियन में तैनात सेनानी, निरीक्षक, उपनिरीक्षक के साथ ही आरक्षक स्तर के 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल हैं। अधिवेशन में 3000 पुलिस वालों की ड्यूटी लगाई गई है।

मूणत पहले आए थे तो क्या थे अब क्या हैं, ईडी मारे छापा: सीएम भूपेश

एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी सहित छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं पर जोरदार हमला बोला। इस दौरान उन्होंने डॉ.रमन सिंह और राजेश मूणत को भी आड़े हाथों लिया। भूपेश बघेल ने रमन सिंह को ईडी का प्रवक्ता बताया। साथ ही राजेश मूणत की संपत्ति को लेकर भी कटाक्ष किया। बघेल ने कहा कि जब राजेश मूणत आए थे तो उनके पास एक पुरानी प्रिंटिंग प्रेस और पुरानी मोटरसाइकिल थी। आज उनके पास इतनी इनकम कहां से आ गई।

रमन सिंह और राजेश मूणत पर हमला : सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव आएगा वैसे वैसे कार्रवाई कर रहे हैं। जैसे अभी कर्नाटक में चुनाव है। उसी हिसाब से करेंगे। उसके बाद कोई नेता आएंगे। फिर वह करेंगे। तो इनका प्रोग्राम बन चुका है कि कब कब छापा डालना है ताकि उसका माइलेज ले सकें और उनके प्रवक्ता बने हुए हैं रमन सिंह जी। राजेश मूणत प्रवक्ता बना हुआ है। जब वो यहां छत्तीसगढ़ आए तो उनके पास क्या था। एक पुरानी प्रिंटिंग प्रेस और पुरानी मोटरसाइकिल। उनके पास इनकम कहां से आ गया। अभी अपने परिवार की शादी में करोड़ों रुपए फूके हैं। कहां से इतना पैसा आया। उनके यहां छापा क्यों नहीं डालते।

जब आए तो क्या था उनके पास : सीएम भूपेश बघेल के मुताबिक जब मूणत यहां आया तो उनके पास क्या था। यह पूरा रायपुर जानता है। उसके बाद विधायक बन गए। मंत्री बन गए तो आय कहां से आ गया। आपके पास ऐसा कौन सा धंधा कर लिया। जिसमें आपका आय इतना बढ़ गया। वहां छापा क्यों नहीं डालते भाई। जब आए थे तो कितनी संपत्ति थी और आज कितनी संपत्ति है। सीएम बघेल ने आगे कहा कि यह बताएं इसकी जांच क्यों नहीं करते। रमन सिंह की संपत्ति देखिए विनोद तिवारी ने ठीक कहा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का जो पेपर पड़ा था उनको जब्त करके नहीं ले गए और विनोद तिवारी के यहां छापा डालने का क्या औचित्य है। सिर्फ इसलिए कि उन्होंने रमन सिंह के खिलाफ शिकायत की। आरपी सिंह के यहां छापा डालने का क्या मतलब क्योंकि अमन सिंह के खिलाफ शिकायत की। यह तो अदाणी जी को समझना चाहिए कि जो दो पनौती गए हैं। छत्तीसगढ़ से तो जिसके साथ थे वह डूबे थे। जब से गए हैं तब से देख लीजिए उनकी स्थिति क्या है।

कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश : सीएम बघेल ने कहा कि हालांकि केंद्रीय जांच एजेंसी यहां पर काम कर रही है जबकि उनको दलगत राजनीति से उठकर काम करना चाहिए था। लेकिन वह राजनीतिक लाभ हानि के हिसाब से काम कर रहे हैं। रमन सिंह जी उनके परिवार के मामले में पूरे साक्ष्य ईडी के पास हैं। चाहे वह नान घोटाले में हो, चाहे चिटफंड कंपनी में। लेकिन उसमें कोई कार्रवाई ईडी नहीं कर रही है। निर्दोष नागरिकों को प्रताडि़त करने की कोशिश हो रही है।

ईडी पर आरोप लगाते हुए सीएम बघेल ने कहा कि "कल जिस तरीके से छापा डाला गया। लेकिन कहीं भी कुछ जब्ती दिखाई नहीं गई है। और कितने बार छापा डाला गया था। उद्देश्य केवल यहां के लोगों को प्रताडि़त करने का परेशान करने का और खासकर कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने के लिए कर रही है। 3 दिन बच गया है अधिवेशन तो उसको प्रभावित करने का प्रयास ये लोग कर रहे थे। लेकिन जिस प्रकार से यहां की जनता हमारे साथी सब एकजुट होकर लड़ाई लड़े तो देश भर में संदेश गया है कि यह अधिवेशन को प्रभावित करने के लिए ईडी के द्वारा छापा डाला गया है।''

झूठे प्रकरण में फंसाने की कोशिश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " ईडी लगातार परेशान कर रही है लोगों को प्रताडि़त कर रहे हैं। झूठे प्रकरण में फंसाने का कार्य कर रहे हैं। सारे आयोजन उनके द्वारा पीडि़त पक्ष के द्वारा दिया गया, केंद्र सरकार को भी अगर हमने कराया है और उसके बाद भी केंद्र सरकार कोई कार्रवाई रमन सिंह पर नहीं कर रही है।"

हम कोर्ट जाएंगे

सीएम बघेल ने कहा कि "अब हमारे पास न्यायालय में जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। इस मामले को न्यायालय तक लेकर जाएंगे। डरने की बात नहीं है जब सीधी लड़ाई नहीं लड़ सकते तब इस प्रकार के हथकंडे अपनाए जाते हैं। छत्तीसगढ़ के मामले में भारतीय जनता पार्टी डरी हुई है। मतलब भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से डरी हुई है। इसी कारण से लगातार कांग्रेस के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है।'

ईडी पर भी लगाए गंभीर आरोप

सीएम बघेल ने मीडिया को बताया कि हम इस मामले में और बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं" क्योंकि उसमें जो नियम है वह थोड़ा ग्रे एरिया जिसमें सीधा हम कार्रवाई नहीं कर सकते। दूसरा ईडी लगातार गिरफ्तार किए गए लोगों को प्रताडि़त कर रही है। लेकिन इस मामले को लेकर हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। क्योंकि वह थर्ड डिग्री का प्रयोग कर रहे हैं। दबाव डालकर यदि आपके पास प्रमाण है तो आप कार्रवाई करते लेकिन आप थर्ड डिग्री का उपयोग कर रहे हैं। आप 8 दिन तक रखेंगे, सोने नहीं देंगे, भोजन नहीं देंगे, भोजन दिए तो पानी नहीं देंगे, किसी को रॉड से पिटेंगे किसी को कान से सुनाई नहीं दे रहा है तो किसी को पैरालिसिस अटैक आ रहा है। यह सारी चीजें हो रही है इसका मतलब यह है कि उसके पास कोई साक्ष्य नहीं है।''

बघेल ने आगे कहा कि यदि सच्चा होता तो कार्रवाई कर लेते। ईडी के पास कोई साक्ष्य नहीं है। उनका काम केवल बदनाम करना है। सरकार को ही बदनाम करना और पार्टी को ही बदनाम करना है। यदि उनके पास प्रमाण होता। जब घटना जून की है जो कोल स्कैम बोल रहे हैं। वह जून की है तो जब जून में आपके पास जानकारी थी। तो आप दिसंबर तक कार्रवाई नहीं किए। आप अधिवेशन के 4 दिन पहले कार्रवाई कर रहे हैं। इसका मतलब क्या होता है कि आप जबरिया किसी से लिखवा रहे हैं और छापा डाल रहे हैं। छापे में मिला क्या किनके यहां क्या मिल गया।

सीएम बघेल ने कहा कि छापे में कुछ नहीं मिला इसका सीधा सीधा मतलब है कि राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए ईडी का दुरुपयोग किया गया है। ईडी के अधिकारियों से तो मैं यह अपेक्षा करूंगा विधि सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए। किसी के दबाव में कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। उसकी जो अपनी प्रतिष्ठा है। वह अब धूमिल हो रही है। खत्म होती जा रही है ऐसे कार्रवाई किसी के दबाव में आकर क्यों कर रहे हैं। आपने संविधान की शपथ ली है उसकी रक्षा नहीं कर पा रहे हैं इस प्रकार से कार्रवाई करने की स्थिति बहुत भयावह है"

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