छत्तीसगढ़
7 साल बाद महादेव घाट पुल तक पहुंचा पानी, कई इलाके जलमग्न
jantaserishta.com
29 Aug 2018 4:15 AM GMT
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रायपुर (जसेरि)। राजधानी समेत प्रदेशभर में बारिश का तांडव जारी है। राजधानी-पाटन रोड पर मंगलवार को खारुन नदी का पानी पुल से टकराने लगा। चौबीस घंटे मेंजल-स्तर एक मीटर बढ़ा है। तट पर कंपन होने के कारण प्रशासन ने आनन-फानन में सुरक्षा के मद्देनजर आवाजाही बंद कर दी है। लोग घूमकर खुड़मुड़ा घाट, कुम्हारी घाट से जा रहे हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित जवान तट पर मुस्तैद हैं। इनके पास लाइफ बोट समेत बाढ़ से निपटने, डूब क्षेत्र से लोगों को निकालने के सभी साजो-सामान उपलब्ध हैं।
मौसम विभाग ने समूचे प्रदेश में भारी से अतिभारी बारिश की चेतावनी बरकरार रखी है। गौरतलब है कि प्रदेश में शनिवार रात से जो मौसम ने करवट बदली, उसके बाद तो झड़ी ही लग गई। बिना रुके सोमवार को लगातार 36 घंटे तक पानी गिरा। एक दिन पहले अकेले रायपुर में ही 13 सेंटीमीटर बारिश हो चुकी थी। प्रदेश के सभी नदी-नाले उफान पर पहुंच चुके हैं। कई खतरे के निशान से ही भी ऊपर बह रहे हैं। मंगलवार को भी पूरा कामकाज प्रभावित हो रहा। रायपुर के स्कूल- कॉलेज में छुट्टी व सरकारी दफ्तरों में भी छुट्टी जैसा ही माहौल रहा।
कई मोहल्लों में पानी, जलभराव कम करने को चलाया पंप: नगर निगम ने तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के दौरान शहर में राहत प्रबंधन का काम चलाया। महापौर एवं आयुक्त ने शहर के अनेक स्थानों पर निरंतर अभियान चलाया । बस्तियों में लगभग 15 हजार पैकेट्स भोजन की व्यवस्था करवाई। बाढ नियंत्रण प्रकोष्ठ में दर्ज 67 जलभराव शिकायतों के निराकरण के लिए अभियान चलाया। महापौर प्रमोद दुबे ने डीजी होमगार्ड से बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ में तत्काल 10 अतिरिक्त पंप देने के लिए कहा। शहर के मोवा आदर्श नगर, भावे नगर, गौतम नगर, चंडी नगर, गांधी नगर, प्रबुद्ध नगर, सुनीता पार्क के पास के क्षेत्र, कृष्णा नगर, कुशालपुर प्रबुद्ध नगर, पिफरापारा आदि विभिन्न निचली बस्तियों से जलभराव कम करने के लिए अभियान चला।
बारिश से बनी स्थिति से निपटने डटा रहा नगर निगम: तेज बारिश से बनी स्थिति से निपटने नगर निगम की आपदा प्रबंधन टीम ने भी अपनी कार्रवाई जारी रखी। महापौर प्रमोद दुबे व कमिश्नर रजत बंसल विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों से मिले एवं जमीनी स्तर पर संचालित कार्रवाई का जायजा लिया। नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग भी जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए नागरिकों को जागरूक करने में जुट गया है। मूसलाधार बारिश के आज थोड़ा थमने से जलभराव की शिकायतें कल की तुलना में कम रही, फिर भी निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति से निपटने सभी जोन त्वरित कार्यवाही में जुटेे रहे। जोन 6 के परशुराम नगर, लालपुर बस्ती में पंप के जरिए पानी खाली कराया गया। इसी तरह जोन 4 के तेलीबांधा, पीयूष कॉलोनी में भी नगर निगम ने जलभराव को खाली कराने बड़े स्तर पर कार्रवाई की। जोन 2 के मोवानाला, बलौदा बाजार रोड, एल.आई.जी. कॉलोनी, दलदल सिवनी नाला एवं मोवा कॉलोनी में नगर निगम के जोन की टीम पूरे संसाधनों के साथ पानी खाली कराने में युद्ध स्तर पर डटी रही। जोन क्रमांक 8 के भवानी नगर, कबीर नगर, बुद्ध विहार, बरसाना एनक्लेव टीचर्स कॉलोनी में भी पानी खाली कराने जे.सी.बी., थ्री डी मशीन व मोटर पंप की मदद से पानी खाली किया गया। कचना क्षेत्र में पानी भराव की स्थिति की सूचना पर निगम के जोन अधिकारियों के साथ मैदानी अमले को मौके पर तैनात किया गया है। जोन 1, जोन 3, जोन 5 एवं जोन 7 में भी नगर निगम की टीम भी अपने जोन क्षेत्र में लगातार निरीक्षण कर सफाई व पानी खाली कराने जुटी हुई है।
जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए नगर निगम के स्वास्थ्य अमले ने भी पृथक से कार्यवाही शुरु की है। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. के. मिश्रा ने बताया कि इस मौसम में दूषित जल के सेवन से उल्टी-दस्त, टायफाइड, पीलिया, मलेरिया की शिकायतें आम तौर पर सामने आती है। इस मौसम में इन बीमारियों से बचने पानी उबाल कर पीये, ताजे भोजन का सेवन करें, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, खुले में बिकने वाले खाद्य सामग्री जैसे-चाट, गुपचुप आदि के सेवन से बचें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, बीमारी की स्थिति में तुरंत डॉ. की सलाह लें एवं परामर्श के अनुसार दवाइयों का सेवन करें।
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