x
बड़ी खबर
दुर्ग। जिला पंचायत दुर्ग के सभाकक्ष में फोर्टिफाईड राइस के संबंध में जिले के राइस मिलर्स, खाद्य तथा नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें कस्तूरी पाण्डा, कार्यक्रम सहायक, विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा फोर्टिफाईड राइस के उत्पादन, लायसेंसिंग, पैकेजिंग व लेबलिंग प्रक्रिया तथा क्वालिटी पैरामीटर्स की जानकारी दी गई। भारतीय खाद्य निगम तथा नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 2024 तक एफआरके चावल का उपार्जन किये जाने का लक्ष्य है।
अतः राइस फोर्टिफिकेशन के लिए अनिवार्य लायसेंस यथा एफएसएसएआई लायसेंस, $एफ इन्डोरसमेन्ट सर्टिफिकेट की प्रक्रिया से राईस मिलरों को अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त फोर्टिफाईड राईस के उत्पादन के दौरान किये जाने वाले ऑयरन स्पॉट टेस्ट, ब्लेडिंग एफिशिएंसी टेस्ट की विस्तृत जानकारी दी गई तथा एफआरके राईस खरीदी करते समय ध्यान देने योग्य तथ्यों से अवगत कराया गया, ताकि शासन की मंशा अनुरूप एफआरके चावल का उपार्जन किया जा सके।
Next Story