दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने एक अनोखी जैकेट तैयार की है. इसे पहनकर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने में आसानी होगी. यह स्मार्ट जैकट ट्रैफिक सिग्नल से कनेक्ट रहेगा और ट्रैफिक पुलिसकर्मी इसे पहने रहेंगे. इससे आम लोगों को ट्रैफिक जवान के द्वारा पहने जैकेट से भी सिग्नल मिल पाएगा.
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए दुर्ग पुलिस लगातर काम कर रही है. लेकिन नियमों की अनदेखी और खस्ताहाल सड़क के कारण दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब एक ऐसा अनोखा जैकेट को तैयार किया गया है, जिसे पहनकर यातायात के जवान ड्यूटी पर रहेंगे. बेतरतीब ट्रैफिकिंग को कंट्रोल करने के लिए बनाए गए इस विशेष स्मार्ट जैकेट का सोमवार शाम को एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने शुभारंभ किया. एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट को पहनकर ट्रायल लिया. इस स्मार्ट टैफिक जैकेट और टोपी में एलईडी लाइट के साथ रिसीवर लगा हुआ है और सिग्नल में ट्रांसमीटर लगा हुआ है. इसके कारण चौक में लगे सिग्नल के लाइट का कलर बदलते ही जैकेट में भी कलर बदलता है.
छत्तीसगढ़: दुर्ग पुलिस द्वारा ट्रांसमिशन जैकेट बनाई गई है। (31.01)
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2023
SP अभिषेक पल्लव ने बताया, "जैकेट में वही रंग आएगा जो ट्रैफिक सिग्नल का होगा। ये यातायात पुलिस कर्मियों की सुरक्षा और यातायात नियमों के बारे में जागरूकता फैलाने का काम करेगा। एक जैकेट की कीमत 8 हजार रुपए है।" pic.twitter.com/qwScGM5cLU
इस जैकेट के प्रयोग से दूर से आ रहे वाहन चालकों को ड्यूटी पर तैनात जवान आसानी से दिखाई देंगे. वाहन चालक सीधे देखकर चलने से सिग्नल जंप नहीं करेगा. वाहन चालकों को ट्रैफिक पुलिस आसानी से दिखाई देने पर ड्यूटी पर तैनात जवान भी सुरक्षित रहेगा. इस स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट का निर्माण पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सतीष ठाकुर, सनानंद विध्यराज, उप पुलिस अधीक्षक यातायात के नेतृत्व में बीआईटी कॉलेज के आर श्रीनिवास (इलेक्ट्रीशियन विभाग), राजकुमार, इलेक्ट्रीशियन के द्वारा तीन दिन में तैयार किया गया है. इस जैकेट का इस्तेमाल करने वाला दुर्ग जिला प्रदेश का पहला जिला है. इसके सफल ट्रायल के बाद इसने यातायात जवानों को उपलब्ध कराया जाएगा और आगे प्रदेश के दूसरे जिलों में इसका इस्तेमाल किया जाएगा.