बिलासपुर। लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिलाने का झांसा देकर रकम हड़पने के आरोपित ने गिरफ्तारी से बचने के लिए जहर खा लिया। पुलिस जब उसके ठिकाने पर पहुंची तो वह तड़प रहा था। पुलिस ने उसे मुंगेली के अस्पताल में भर्ती कराया। वहां स्थिति में सुधार होने के बाद उसे बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपित का कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया है। उसने धोखाधड़ी में शामिल दो लोगों का नाम बताया है। इसकी तस्दीक की जा रही है। एएसपी उमेश कश्यप ने बताया कि सिविल लाइन थाने में एंड्रयू मकफरलेंड, राजकुमार पाटनवार व अन्य ने धोखाधड़ी की शिकायत की है।
उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि सुबीर बसु ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगर पालिका निगम की ओर से आवास दिलाने का झांसा देकर स्र्पये लिए। इसके बाद उसने निगम की रसीद भी दी। मकान नहीं मिलने पर उन्होंने निगम कार्यालय में संपर्क किया तो रसीद फर्जी निकली। उनकी शिकायत की जांच में पता चला कि सुबीर ने सूरज यादव, आशीष तिवारी और विजय साहू के साथ मिलकर लोगों से आवास आवंटन का फार्म भरवाकर स्र्पये लिए थे। इस पर पुलिस ने सुबीर, सूरज और आशीष को पकड़ लिया।
इस बीच विजय साहू फरार हो गया। गुस्र्वार को सूचना मिली कि आरोपित बेमेतरा जिले के नवागढ़ में छुपकर रह रहा है। गुस्र्वार की रात पुलिस की टीम उसके ठिकाने पर पहुंची। पुलिस उसे पकड़ पाती इससे पहले ही उसने जहर सेवन कर लिया। जवानों ने उसे गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद उसका मुंगेली के अस्पताल में उपचार कराया गया। स्थिति में सुधार होने पर उसे बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पुलिस ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराया। इसमें उसने मामले में शामिल दो लोगों द्वारा परेशान करने की बात कही है। पुलिस इसकी तस्दीक कर रही है।
पहले से ही कर ली थी आत्महत्या की तैयारी
आरोपित विजय साहू ने अपने बयान में बताया कि मामले में दो और लोग शामिल हैं। उनके कारण वह मामले में फंस गया। अब दोनों उसे परेशान कर रहे हैं। इसके कारण उसने पहले ही आत्महत्या करने के लिए जहर अपने पास रख लिया था। गुस्र्वार की रात पुलिस उसके दरवाजे पर पहुंची तो उसने कमरे में जहर सेवन कर लिया।