आकिफ फरिश्ता
होटलों, क्लबों में रुक नहीं रहीं विकेंड पार्टियां, ड्रग तस्करों की चांदी
वीआईपी रोड की नाइट क्लब-पब में हो रहे आयोजन
ड्रग तस्करों पर पुलिस कार्रवाई के बाद भी बैखौफ हैं नशे के सौदागर
पुलिस की मेहनत पर पानी फेर रही नशे की पार्टियां
आयोजकों, कैफे-पब संचालकों को छुटभैय्ये नेताओं का संरक्षण
मदहोशी में यंगस्टर्स... शहर में आए दिन क्लबों द्वारा नाइट पार्टी का आयोजन किया जाता है। पार्टी खास तौर पर यंगस्टर्स के लिए होती है या फिर यह कह ले लवर्स के लिए। म्यूजिक से इस पार्टी वेन्यूज में सभी का स्वागत होता है। साथ ही डीजे के बीट पर पार्टी में आए यंगस्टर्स को झुमाया भी जाता है। डीजे के साथ यहां एक से एक म्यूजिक मिक्स भी किया जाता है। बॉलीवुड, हिप-हॉप और जैजबीट्स का पूरा माहौल रहता है। यंगस्टर्स पार्टी में स्नैक्स से लेकर कॉकटेल, मॉकटेल तक एंजॉय करते हैं। मगर एक बार नशा चढ़ जाने के बाद फिर इस पार्टी का रंग कैसे बदल जाता है, ये यंगस्टर्स को भी पता नहीं चलता और कभी-कभी यहां अश्लीलता की हदें भी पार हो जाती हैं।
रायपुर। राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के दूसरे बड़े शहरों में ड्रग तस्करों पर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से लगने लगा था कि शहर अब नशेडिय़ों और नशे के कारोबारियों से मुक्त होंगे लेकिन छुटभैय्ये नेताओं के संरक्षण और ड्रग माफियों के दुस्साहस से ऐसा होता नहीं दिख रहा है। ड्रग तस्करों और अवैध धंधेबाजों की बदौलत अपनी राजनीति चलाने वाले छुटभैय्ये नेता अपने संरक्षण में नशे के कारोबार को बेखौफ जोर-शोर से चलाने में तस्करों और युवाओं-रईसजादों को नशे के सामान उपलब्ध कराने वाले होटल-क्लब और पब संचालकों की मदद कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि वीआईपी रोड में संचालित बड़े होटलों, क्लब और पब में नशे की पार्टियां फिर से आयोजित होने लगी हैं। छुटभैय्ये नेताओं के संरक्षण में ऐसी पार्टी आयोजित कराने वाले तस्कर इंवेट कंपनियां पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं कि उनका कारोबार कभी बंद नहीं हो सकता। वीआईपी रोड पर स्थित किसी-न-किसी कैफे में ऐसी पार्टियों का बोर्ड रोज ही देखने को मिल रहा है। इन पार्टियों के लिए परमिशन कौन दे रहा है। आयोजकों को किसका संरक्षण मिल रहा है। खबर है कि आयोजकों कैफे-क्लब संचालकों को उसके संरक्षकों ने बाकायदा इस बात का भरोसा दिलाया है कि पार्टियों के दौरान पुलिस रेड नहीं करेगी। तो क्या पुलिस और प्रशासन ने इन्हें फिर से नशा परोसने की इजाजत दे दी है?
छुटभैया नेताओंं का मिल रहा संरक्षण
राजधानी में अपराध व अपराधी बेखौफ हो गए है। जिसके चलते पुलिस भी ऐसे आरोपियों से परेशान हो गए है। रायपुर में नशे के कारोबार पर पुलिस लगातार नकेल कसने के लिए उनके ठिकानों पर दबिश देकर ड्रग पैडलरों की नाकेबंदी कर दी है। ड्रग्स पैडलरों की गिरफ़्तारी की वजह से बड़े घरानों में ड्रग के शौकीनों की हालत पस्त हो गई है। ड्रग एडिक्टेड युवक-युवतियों के लिए भोजन नहीं मिलेगा तो चलेगा, लेकिन ड्रग नहीं मिलने से उनकी बेचैनी बढ़ जाती है। पुलिस की कार्रवाई से ड्रग पैड़लरों में हडक़ंप मचा हुआ है। बावजूद छुटभैय्ये नेताओंं के संरक्षण में नशे का कारोबार अब भी बेखौफ चल रहा है। ये नेता अपनी राजनीति चमकाने और जल्द से जल्द करोड़पति बनने की चाह में नेतागिरी के साथ नशे के तस्करों को संरक्षण देकर भरपूर कमाई कर रहे हैं। ऐसे छुटभैय्ये नेताओं की दोनों हाथों में लड्डू है। तस्करों से औने-पौने दाम पर नशे का सामान खरीद कर नशेडिय़ों को मुंहमांगी दाम पर बेची जा रही है। छुटभैया नेताओं को कानून कायदे की कोई परवाह नहीं है। बेखौफ खुलेआम नशा परोस रहे है।
हर दिन फल-फूल रहा नशे का कारोबार
छत्तीसगढ़ में नशे का कारोबार दिन पर दिन फल-फूल रहा है, नशे ने युवा पीढ़ी को अपने आगोश में ले रखा है। राजधानी रायपुर में शराब, गांजा, हेरोइन, चरस, हेरोइन, अफीम की तस्करी का खेल खुलेआम चल रहा है, नशे का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। शहर के अधिकांश लोग यहां से फोन पर कांटेक्ट कर माल की सप्लाई करते हैं। इसके लिए तस्करों ने महिलाओं और बच्चों को नियुक्त कर रखा है। नशेड़ी यहां खुलेआम धुंआ उड़ाते नजर आते हैं। पाँच सौ रूपये से लेकर दस हजार रूपए तक की खुराक वाले नशा का सामान राजधानी में उपलब्ध है। युवा नशे के सुरूर में मदमस्त रहना चाहते हैं। वर्तमान समय में नशा युवाओं को अपनी चपेट में पूरी तरह ले चुका है और परिजनों को इस बात की भनक तक नहीं है।
होटल-रेस्टारेंट बांट रहे नशा
नशे का कारोबारी महंगे होटल, रेस्टोरेंट और बार जैसी जगहों पर पार्टियों के नाम पर नशे का सामान परोस रहे है। रायपुर को नशे के कारोबारियों ने पूरी तरह से अपने शिकंजे में कस लिया है। पुलिस और नसे के कारोबारियों में पकड़ो-छोड़ों का खेल चल रहा है, पुलिस की लगातार कार्रवाई के नशे के सौदागरों में हडक़ंप मचा हुआ है। नशे के कारोबारियों के ठिकानों पर पुलिस ने मुखबिर लगा दिए है। राजधानी नशे के सौदागरों के लिए सेफ जोन बनती जा रही है। यहां नीचे तबके से लेकर हाई प्रोफाइल लोगों के लिए अलग-अलग किस्म की नशे की सामग्री उपलब्ध हैं। 10 रुपए में बिकने वाले गांजे से लेकर 5-10 हजार रुपए प्रति ग्राम तक की कोकीन भी डिमांड पर उपलब्ध है। नशे के सौदागरों द्वारा डिमांड के आधार पर इसे मुंबई से मंगाया जा रहा है। इस महंगे नशे के ग्राहक बड़ी-बड़ी गाडिय़ों में घूमने वाले रईस हैं, जिनमें युवक-युवतियों से लेकर महिलाएं भी शामिल हैं।
नशे के शिकंजे में युवा
रायपुर में नवयुवक नशे के इतने आदी हो गए है कि नहीं मिलने पर पागलपन सवार हो जाता है, जिसके कारण अपराध बढ़ रहे है। राजधानी की संड़ांध मारती गली-मोहल्लों में पुडिय़ाबाजों ने अड्डा बना रखा है, जहां से वह घरों में सप्लाई कर रहे है। खबरदारों का कहना है कि इसके पीछे पुलिस और छुटभैया नेताओं का हाथ है, जो उनसे अवैध वसूली कर उन्हें बचाने के लिए संरक्षण देकर गांजा के काले कारोबार को बढ़ावा दे रहे है। गली-मोहल्ले में नशे का कारोबार करने वाले हर महीने एक निर्धारित राशि अपने मोहल्ले के नेताओं को नजराना पेश करते है।
राजधानी के गोलबाजार में पकड़ाया गांजा, तस्कर गिरफ्तार
गांजा तस्करी करते गांजा तस्कर मोह. ईम्मू को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा पुलिस के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारियों सहित प्रभारी एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट को नशे का काला कारोबार करने वाले कारोबारियों की पतासाजी कर कार्यवाही करने एवं इस पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। जिस पर समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारियों एवं एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट की टीम द्वारा मुखबीर लगाकर, पेट्रोलिंग व सूचना संकलन कर नशे का कारोबार करने वाले कारोबारियों के संबंध में सूचना एकत्रित की जा रही है। इसी तारतम्य में सूचना प्राप्त हुई कि थाना गोलबाजार क्षेत्रांतर्गत पुराना चीर घर लोहार गली के पास एक व्यक्ति अपने पास थैले में गांजा रखा हुआ है तथा बिक्री करने की फिराक में ग्राहक तलाश रहा है। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन एवं थाना प्रभारी गोलबाजार के नेतृत्व में थाना गोलबाजार पुलिस की टीम द्वारा उक्त स्थान पर जाकर मुखबीर द्वारा बताए हुलिये के व्यक्ति को चिन्हांकित कर पकड़ा गया। पूछताछ में व्यक्ति ने अपना नाम मोहम्मद ईम्मू निवासी संतोषी नगर रायपुर का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा उसके पास रखें थैले की तलाशी लेने पर थैले में गांजा रखा होना पाया गया। जिस पर आरोपी मोहम्मद ईम्मू को गिरफ्तार कर उसके कब्जे 01 किलो 600 ग्राम गांजा जुमला कीमती लगभग 14,000/- रूपये जप्त कर आरोपी के विरूद्ध थाना गोलबाजार में अपराध क्रमांक 234/22 धारा 20(बी) नारकोटिक्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही की गई।