छत्तीसगढ़
स्वामी विवेकानन्द टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत कई कॉलेजों में प्रेक्टिकल ट्रेनिंग दी जाएगी
Shantanu Roy
1 Dec 2022 12:55 PM GMT
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छग
रायपुर। CAIT अध्यक्ष मोहम्मद अली हिरानी , महामंत्री महेश गणेशानी, कोषाध्यक्ष आशीष निमजे , कार्यकारी अध्यक्ष पीयूष देसलहरा , सलाहकार पवन बडजात्या और संजय चौबे ने बताया की एम॰एस॰एम॰ई॰ डायरेक्टर श्री राजीव एस एवं छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर एम॰के॰वर्मा जी के सयुक्त प्रयास से एक ही प्लेटफार्म पर उध्यमी, विद्यार्थी , सार्वजनिक संस्था जैसे की ( बी॰एस॰पी॰ , रेलवे , एन॰टी॰पी॰सी॰ , एन॰एम॰डी॰सी॰ , एफ़॰एस॰एन॰एल॰ इत्यादि) और भारत शासन और राज्य शासन द्वारा उध्यम विकास के लिए बने कार्यालय प्रमुख GEM से अमित उपाध्याय ,SIDB से प्रभु , KVIC से साहू , DTIC से श्री त्रिपाठी , NSIC से अल्विन, RBI से गजेन्द्र साहू उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी के अन्तर्गत प्रदेश के सभी तकनीकी महाविद्यालय है जिसमे 60 हज़ार विद्यार्थी है । वाईस चांसलर वर्मा जी अपने विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देने के हिसाब से अपने संस्थान में बहुत सी योजना के अनुरूप विकास कार्य करवा रहे है , जो की विद्यार्थियों को एंटरप्रेन्योर बनाए और नौकरी पाने की जगह नौकरी देने वाला बन सके । उध्यमी को अपने प्रॉडक्ट्स की जाँच हेतु कुछ टेस्ट करवाना होता है , हर प्रकार के टेस्ट यूनिवर्सिटी में उपलब्ध है । फ़ूड सेफ़्टी एक्ट के तहत सभी कैटरिंग व्यवसाय को पानी जो वे इस्तेमाल करते है उसकी टेस्ट रिपोर्ट रखना अनिवार्य है जो उनको यूनिवर्सिटी से मिल सकता है । इसके लिए हम पहले सभी कैटरिंग वालों से बात कर सामूहिक वाटर टेस्टिंग करवाने का प्रयास करेंगे , जिस से सभी को फ़ायदा हो ।
सभी सार्वजनिक संस्थाओं को ख़रीदी का 20% लोकल MSME रजिस्टर्ड डीलर्स से लेना अनिवार्य है , इसके लिए यदि L-1 से 15% अधिक दाम तक लोकल MSME डीलर्स को प्राथमिकता दी जाएगी । रेलवे से श्री नियोगी जी द्वारा कई प्रॉडक्ट्स की जानकारी दी गई जिसको वे MSME डीलर्स से ख़रीदेंगे। उत्पाद के लिए उद्यम डालने की पूरी ट्रेनिंग और प्रोजेक्ट रिपोर्ट MSME ऑफिस से मिल जाएगी । इसके लिए जो फाइनेंस की ज़रूरत होगी और जो सब्सिडी वगेरह की जानकारी KVIC , SIDB, NSIC, DTIC द्वारा मिलेगा , इन लोगो ने भी पूरी जानकारी दी , सप्लाई के लिए GEM में रजिस्टर्ड कर ने से सभी संस्था अपने ज़रूरत का आइटम्स जेम के माध्यम से लेते है । पेमेंट प्राप्त करने के भी अलग अलग विकल्प की जानकारी दी गई RBI द्वारा , TReDS में बिल सबमिट कर 48 घंटे में पेमेंट मिल सकता है , LC का भी उपयोग किया जा रहा है त्वरित पेमेंट के लिए ।SBI और PNB द्वारा फाइनेंस की जानकारी दी गई की 2 क्रोर तक बिना सिक्योरिटी और बिना कोलैटरल के भी इलिजिबलिटी हो तो फाइनेंस हो सकता है।
यानी की इस सेमिनार को अटेंड करने वालो को यहां निर्णय लेने में आसानी हुई की किस चीज का निर्माण उसको करना चाहिए , कितना ज़मीन लगेगा , कंस्ट्रक्शन कितना करना है , मशीनरी कहा से ख़रीदना है , रॉ मटेरियल कहा मिलेगा , लेबर ट्रेनिंग कहा होगी, सब्सिडी कितनी और कैसे मिलेगी, फाइनेंस कितना और कहा से होगा , कौन ख़रीदेगा , पेमेंट जल्दी कैसे मिलेगा। आज जो भी ट्रेडिशनल व्यापार कर रहे है , वे सभी परेशान है ऑनलाइन से और बड़े बड़े मार्ट से, कोई भी विक्रेता आज इनसे रेट्स और सर्विसेज़ में मुक़ाबला नहीं कर पा रहे है । नया कुछ करने के लिए व्यापारी को इस प्रकार के ट्रेनिंग्स अटेंड करने की ज़रूरत है । दुकान में अकेला हू , इसलिए नहीं आ सकता लेकिन अपना सारा समय एक ऐसे व्यवसाय में बिताने को तैयार है जहां से उनको पता है की घर का खर्च भी नहीं निकल रहा है । यह विडंबना वैसे ही है की एक व्यक्ति कहता है पानी में तब ही उतरूँगा जब तहेरना सिख जाऊंगा। और हम समझाने का प्रयास कर रहे है की पानी में आ जाओ , तहेरना हम सिखायेंगे। इस छेत्र में एक क्रांतिकारी कदम की आवश्यकता है । हमारे पास प्रैक्टिकल सोच रखने वाले वाईस चांसलर वर्मा जी है, और हमेशा मदद के लिए तैयार राजीव जी है और शासन द्वारा भी जीतने कार्यालय उध्यम विकास के लिए बने है वे भी। MSME द्वारा सभी स्पीकर्स को मोमेंटो भेंट किया गया।
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