छत्तीसगढ़

सुकमा का इमली चस्का देश भर में बढ़ा रहा छत्तीसगढ़ का मान...'ट्राइबल इंडिया ई-मार्केट प्लेस' ने किया लांच

Admin2
4 Oct 2020 11:33 AM GMT
सुकमा का इमली चस्का देश भर में बढ़ा रहा छत्तीसगढ़ का मान...ट्राइबल इंडिया ई-मार्केट प्लेस ने किया लांच
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सुकमा। जनजातीय कार्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्था ट्राइबल काॅपरेटिव मार्केटिंग डेव्लपमेंट फेडरेशन आॅफ इंडिया लिमिटेड (ट्राइफेड) देश भर के जनजातीय उद्यमों के उत्पाद व हस्तशिल्प का प्रदर्शन और उन्हें अपने उत्पादों को सीधे बाजार तक पहुंचाने में मदद कर रही है। इसी के तहत गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को भारत के सबसे बड़े हस्तशिल्प और जैविक उत्पाद बाजार 'ट्राइब्ल इंडिया ई-मार्केट प्लेस' का शुभारम्भ किया गया। 'ट्राइब्ल इंडिया ई-मार्केट प्लेस' के अन्तर्गत छत्तीसगढ़ से एकमात्र सुकमा जिले के इमली चस्का उत्पाद को ट्राइब्ल इंडिया प्रोडक्ट लाइन-अप में शामिल किया गया हैं। इसके अलावा मार्केट प्लेस ट्राइब्ल इंडिया में छत्तीसगढ़ के जनजातियों द्वारा बनाये गए आकर्षक हस्तशिल्प और सजावटी सामानों को भी शामिल किया जायेगा। इसमें सुकमा की इमली से बनी इमली चस्का के अलावा हल्दी पावडर जैसे मसाले भी शामिल किये जायेंगे।

गौरतलब है कि ट्राइब्ल इंडिया ई-मार्केट प्लेस एक ऐसी महत्वाकांक्षी पहल है, जिसके माध्यम से ट्राइफेड का लक्ष्य देश भर में विभिन्न हस्तशिल्प हथकरघा और प्राकृतिक खाद्य उत्पादों की खरीदी करना है ताकि आम जनता तक सर्वोत्तम जनजातीय उत्पादों को पहुंचाया जा सकें। यह मंच जनजातीय आपूर्तिकर्त्ताओं को ई-मार्केट प्लेस में अपना सामान बेचने के लिए बहुव्यापी चैनल की सुविधा प्रदान करता है। छत्तीसगढ़ के इमली चस्का 'टेस्ट ऑफ सुकमा' के साथ ही झारखंड के पाकुड़ शहद को भी लांच किया गया जो कि 100 प्रतिशत प्राकृतिक शहद है। यह शहद झारखंड के पाकुड़ में संथाल जनजाति द्वारा इकट्ठा किया जाता है।

अरण्य प्रस्संकरण सहकारी समिति करती है उत्पादन

छत्तीसगढ़ में इमली चस्का 'टेस्ट आॅफ सुकमा' उत्पाद का निर्माण अरण्य प्रस्संकरण सहकारी समिति मर्यादित सुकमा द्वारा किया जाता हैै। इस समिति में जिले के 21 महिला सदस्य है, जिसके अध्यक्ष सुमारी और सचिव अनिता दुग्गे हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्व सहायता समूहों द्वारा आपस में मिलकर अरण्य प्रस्संकरण सहकारी समिति का गठन किया गया है। समिति के प्रबंधक द्वारा बताया गया कि इमली शासन द्वारा निर्धारित एमएसपी में खरीदी जाता हैं। मांग के अनुसार 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और पाउच में इमली चस्का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा ट्राइफेड ने दो हजार पैक इमली चस्का का आर्डर दिया है, साथ ही हल्दी पावडर के आर्डर के लिए भी सहमति दी है इमली चस्का के मार्केटिंग के लिए रायपुर, बिलासपुर और कोरबा में डिस्टीब्यूटर तय किया जा चुका है। विभिन्न स्टोर से आर्डर प्राप्त कर निरंतर आपूर्ति की जा रही है। समिति द्वारा इमली के अन्य उत्पाद जैसे जैली केण्डी, इमली जैम, स्टीक कैण्डी लांच किया जाना प्रस्तावित है। इमली चस्का टेस्ट आॅफ सुकमा प्रोडक्ट शबरी मार्ट सुकमा में भी उपलब्ध है।

जिला प्रशासन के प्रयास से इमली चटनी बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया था। वर्तमान में मांग अनुसार समिति द्वारा प्रतिदिन 100 से 300 किलोग्राम का इमली चस्का पैकेट तैयार किया जा रहा है। समिति के पास प्रतिदिन 800 किलोग्राम उत्पादन क्षमता की मशीनरी है। कलेक्टर चन्दन कुमार ने बड़े मार्केट प्लेस मिलने पर समिति को बधाई देते हुए कहा कि इससे महिलाओं की आजीविका सुनिश्चित होने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में काफी मदद मिलेगी।

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