रायपुर। बीमा पाॅलिसी में बोनस दिलाने के नाम पर देश भर में करोड़ो रूपए की ठगी करने वाले गाजियाबाद के 04 अंतर्राज्यीय ठग को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक प्रार्थी मनमोहन वर्मा ने थाना खमतराई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह इंडियन पेट्रोल पंप के पास श्रीनगर गुढ़ियारी रोड थाना खमतराई रायपुर में रहता है। प्रार्थी स्वयं एवं अपनी पत्नि श्रीमती गीता वर्मा के नाम से मैक्स लाईफ इंश्योरेंस एवं आदित्य बिड़ला लाईफ इंश्योरेंस की पॉलिसी खरीदा था। दिनांक 06.02.2021 को प्रार्थी के मोबाईल फोन पर मोबाईल नंबर 7042196217 से फोन आया तथा मोबाईल नंबर के धारक ने अपना नाम सुरेश बंसल होना बताकर स्वयं को मैक्स लाईफ इंश्योरेंस का कर्मचारी होना बताया। सुरेश बंसल ने प्रार्थी एवं उसकी पत्नि के उक्त पॉलिसी के संबंध में प्रार्थी को बोनस मिलने की बात कहकर बोनस प्राप्त करने हेतु सर्वप्रथम 32,600/- रूपये (बत्तीस हजार छ सौ रुपये) एकाउंट नंबर 6970394701 (आई.डी. आई.बी.ओ. बैंक) में जमा कराने कहा जिस पर प्रार्थी सुरेश बंसल पर विश्वास करते हुए उसके बताये उक्त बैंक खाता में ऑन लाईन 32,600/- रूपये जमा किया, किंतु प्रार्थी को बोनस की कोई भी राशि प्राप्त नहीं हुई। कुछ दिनों पश्चात् प्रार्थी के मोबाईल फोन पर सुधीर त्यागी नामक व्यक्ति का फोन आया, जिसने बोनस की राशि प्राप्त करने के लिये पैसा जमा करने कहा, जिस पर प्रार्थी ने दिनांक 22.02.2021 को उसके द्वारा दिये गये बैंक खाता में 50,000/- रूपये (पचास हजार रूपये) जमा किया। इसी प्रकार प्रार्थी के मोबाईल नम्बर पर अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा अलग-अलग मोबाईल नम्बरों से फोन कर मोबाईल नम्बरो के धारको द्वारा स्वयं को मैक्स लाईफ इंश्योरेंस एवं आदित्य बिड़ला लाईफ इंश्योरेंस का अधिकारी/कर्मचारी होना बताकर प्रार्थी का भरोसा जीतकर अपने झांसे में लेते हुये अपने दिये बैंक खातो में प्रार्थी से अलग-अलग तिथियांे एवं किश्तों में कुल 49,34,249/- रूपये (उनचास लाख चैतीस हजार दो सौ उनचास रूपये) जमा कराकर ठगी किया गया। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना खमतराई में अपराध क्रमांक 295/22 धारा 420, 34, 120बी, 201 भादवि. 66''डी'' आई.टी. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में ए.सी.सी.यू. एवं थाना खमतराई की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा जिन मोबाईल नंबरों से प्रार्थी के मोबाईल फोन पर काॅल आया था, उन मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही जिन खातों में रकम स्थानांतरित किये गये थे, उन खातों के संबंध में भी संबंधित बैंकों एवं मैक्स लाईफ इंश्योरेंस एवं आदित्य बिड़ला लाईफ इंश्योरेंस कम्पनियों से दस्तावेज व जानकारी प्राप्त की जाकर अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित करने के प्रयास करते हुये ठगी हेतु आये मोबाईल नंबरों के साथ-साथ उनसे संबंधित अन्य कई मोबाईल नंबरों तथा दस्तावेजो का लगातार विश्लेषण करते हुये अंततः आरोपियों को चिन्हांकित करने में सफलता मिली तथा आरोपियों को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लोकेट किया गया। जिस पर ए.सी.सी.यू एवं थाना खमतराई की संयुक्त टीम को गाजियाबाद रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा गाजियाबाद पहुंचकर गाजियाबाद में लगातार कैम्प करते हुए आरोपियों की पड़ताल करने पर यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपियों द्वारा बहुत ही सर्तकता से अपनी स्वयं की पहचान छिपाते हुये इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर फर्जी होने के साथ ही बैंक खातों के पते भी दूसरे स्थानों के थे। आरोपियों द्वारा उन मोबाईल नंबरों एवं खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया गया था। गाजियाबाद में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर घटना में संलिप्त आरोपी राहुल वर्मा एवं शिवम शर्मा के संबंध में सूचना प्राप्त हुई की दोनों नोएडा स्थित एक प्रायवेट जी.एस.टी. कम्पनी में कार्यरत है। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा नोएडा स्थित जी.एस.टी. कम्पनी कार्यालय एवं आरोपियों की पतासाजी करते हुये आरोपी राहुल वर्मा एवं शिवम शर्मा को गिरफ्तार करने में सफलता मिलीं। दोनों आरोपियों से घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा अपने साथी राहुल सिंह, दीवाकर वर्मा, पुनीत शर्मा, गौरव यादव एवं निश्चल गुप्ता के साथ मिलकर प्रार्थी से लाखो रूपये की ठगी की उक्त घटना को कारित करने के अलावा देश भर में बीमा पाॅलिसी में बोनस दिलाने के नाम पर अलग - अलग लोगों को अपना शिकार बनाते हुए करोड़ो रूपए की ठगी करना बताया गया है। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपी राहुल सिंह एवं दीवाकर वर्मा को गिरफ्तार किया गया। आरोपियान जिन बैंक खातो में ठगी की रकम प्राप्त करते थे उन बैंक खातों को सीज कराने की कार्यवाही की जा रही है।
प्रकरण में संलिप्त आरोपी राहुल वर्मा, शिवम शर्मा, राहुल सिंह एवं दीवाकर वर्मा को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 05 नग मोबाईल फोन एवं 03 नग ए.टी.एम जप्त किया गया है। आरोपियों को गाजियाबाद (उ.प्र.) से गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है।
प्रकरण में आरोपी पुनीत शर्मा, गौरव यादव एवं निश्चल गुप्ता फरार है जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
तरीका वारदात:- आरोपियान देश भर के अलग-अलग राज्यों में निवासरत विभिन्न बीमा पाॅलिसी धारकों की जानकारी प्राप्त कर बीमा पाॅलिसी धारको को अलग-अलग फर्जी मोबाईल नम्बरों से काॅल कर स्वयं को बीमा पाॅलिसी कम्पनियों का अधिकारी/कर्मचारी होना बताते हुये पीड़ितो को बीमा पाॅलिसी में बोनस दिलाने के नाम पर अपने झांसे में लेते हुये उनका भरोसा जीतकर अपने द्वारा दिये गये बैंक खातो में नगदी रकम जमा कराकर अपना शिकार बनाते हुये ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। आरोपी राहुल सिंह उर्फ चंदरू पीड़ितो को लड़की आवाज़ में बात कर प्रत्येक बार अपना अलग-अलग नाम बताते हुये पीड़ितो को अपना शिकार बनाता था।
गिरफ्तार आरोपी
01.राहुल वर्मा पिता जुग्मेन्द्र वर्मा उम्र 28 साल निवासी मकान नं. एल-81, सेक्टर-12, प्रताप विहार थाना विजय नगर जिला गाजियाबाद (उ.प्र.)।
02.राहुल सिंह उर्फ चंदरू पिता चंद्रपाल सिंह उम्र 27 साल निवासी मकान न.ं बी-57, सेक्टर-12 प्रताप विहार , थाना विजय नगर, जिला गाजियाबाद (उ.प्र.)।
03.शिवम शर्मा पिता ललित शर्मा उम्र 23 साल निवासी मकान नं. 155, गली नं. 04, थाना विजय नगर जिला गाजियाबाद (उ.प्र.)।
04.दीवाकर वर्मा उर्फ सोनू पिता विजेन्द्र वर्मा उम्र 28 साल निवासी मकान नं. 864, कैलाशनगर , गौशाला फाटक के पास, थाना विजय नगर जिला गाजियाबाद (उ.प्र.)।