रायपुर कलेक्टर ने एसएडीओ और आरएईओ को जारी किया नोटिस, कार्य में लापरवाही पर जताई नाराजगी
रायपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब किसानों के लिए संजीवनी साबित हो रही गोधन न्याय योजना की आज कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को गोबर खरीदी और उससे वर्मी कम्पोस्ट बनाने में किसी भी तरह की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। कलेक्टर ने गौठानों में आवक के हिसाब से लगातार गोबर खरीदी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने यह भी चेताया कि गौठानों में गोबर खरीदी नही करने की शिकायत मिलने पर संबंधित प्रभारी के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाएगी। डॉ भुरे ने गोबर खरीदी और उससे वर्मी कम्पोस्ट बनाने तथा बनी खाद् को निर्धारित दाम पर समय रहते बेचने की पूरी मॉनिटरिंग करने के निर्देश जिला पंचायत के सी.ई.ओ को दिए। कलेक्टर ने साप्ताहिक मॉनिटरिंग के लिए हर सोमवार को कृषि विभाग के मैदानी अमले के साथ एस.डी.एम और जिला पंचायत के सी.ई.ओ की बैठक भी आयोजित करने को कहा। इस बैठक में जिला पंचायत के सी.ई.ओ डॉ रवि मित्तल सहित सभी जनपदों के सी.ई.ओ, एस.ए.डी.ओ और गोधन न्याय योजना के सहायक परियोजना अधिकारी भी शामिल हुए।
एक माह में बढ़ानी होगी 10 प्रतिशत् तक गोबर खरीदी- बैठक में कलेक्टर ने कई गौठानों में अपेक्षित मात्रा से कम गोबर खरीदी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने गोठानों के वर्मी टांको के खाली रह जाने की भी अधिकारियों से जानकारी ली। डॉ भुरे ने गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट बनाने की धीमी गति पर भी नाराजगी जताई। कलेक्टर ने गौठानों का नियमित निरीक्षण नहीं करने और गोबर खरीदी-वर्मी खाद् उत्पादन में लापरवाही बरतने पर अभनुपर विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एच.सी साहू और तिल्दा-चांपा के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अमित लकरा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश जिला पंचायत के सी.ई.ओ को दिए। कलेक्टर ने एक महीने में गोठानों में अभी की स्थिति से 10 प्रतिशत तक गोबर खरीदी बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने यह भी कहा कि गौठानों में वर्मी टांको के हिसाब से गोबर खरीदा जाए और खरीदे गए गोबर को समय अनुसार टांको में भरा जाए। उन्होंने गौठानो में खरीदे गए गोबर की मात्रा के हिसाब से वर्मी टांके और अन्य अधोसंरचना के लिए भी जरूरत के हिसाब से प्रस्ताव देने के निर्देश दिए। डॉ भुरे ने खेती-किसानी के चालू मौसम में वर्मी खाद् के उपयोगिता को देखते हुए अब तक तैयार वर्मी कम्पोस्ट की शत्-प्रतिशत बिर्की भी सुनिश्चित करने को कहा।
गोबर खरीदी में छोटे और गरीब किसानों को मिले प्राथमिकता- कलेक्टर ने गौठानों में गोबर खरीदने में गांव के छोटे किसानों और गरीब ग्रामीण को प्राथमिकता देने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना से छोटे किसानों और गरीबों को तत्काल सीधा आर्थिक लाभ पहुंचाना ही सरकार की मंशा है, इसीलिए ऐसे जरूरतमंद लोगों से प्राथमिकता से गोबर खरीदा जाए। कलेक्टर ने यह भी कहा कि गोबर लेकर बेचने आए ऐसे किसी भी व्यक्ति को जगह नही होने का कारण बताकर वापस नही भेजा जाए। डॉ भुरे ने एक ही व्यक्ति से एक ही दिन अधिक मात्रा में गोबर खरीदने की जगह सभी छोटे और गरीब किसानों का पूरा गोबर खरीदने के निर्देश दिए।