मुर्गी बेचकर परिवार चलाने में पद्मनी को मिला आर्थिक सहयोग
उत्तर बस्तर कांकेर: विकासखण्ड चारामा के ग्राम पंचायत तारसगांव निवासी श्रीमती पदमनी कुमेटी अपने गांव में मनरेगा अंतर्गत अकुशल मजदूर के रूप में कार्य करती है। वह ''रानी सागऱ'' स्व सहायता समूह से जुड़ी है एवं गौठान में बने सामूहिक बाड़ी सब्जी उत्पादन का कार्य कर रही है। श्रीमती पदमनी कुमेटी ने बताया कि उनके पति मिस़्त्री कार्य कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। पदमनी एक साहसिक महिला होने के साथ स्व सहायता समूह से जुड़कर निरंतर समूह के बैठकांे में भाग लेती है। वह गांव के अन्य महिलाओं को भी समूह से जुड़ने एवं कार्य करने के लिए प्रेरित भी करती है। उन्होंने बताया कि समूह के बैठक में मनरेगा योजना अंतर्गत् आजीविका के लिए हितग्राही मूलक कार्योें के बारे में चर्चा हुई, जिसमें पदमनी ने मुर्गी पालन हेतु मुर्गी शेड निर्माण के लिए अपना नाम जुड़वाया, तत्पश्चात वह ग्राम पंचायत में जाकर सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक के माध्यम से मुर्गी शेड निर्माण कराने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत की। ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभा मे अनुसूचित जनजाति वर्ग के आधार पर प्रस्ताव पारित कर तकनीकी स्वीकृति हेतु जनपद पंचायत भेजा गया। जिला पंचायत द्वारा वर्ष 2018-19 में 0.514 लाख रूपये की स्वीकृत मिली।