x
छत्तीसगढ़
राजनांदगांव। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली पुलिस ने नक्सलियों के टीसीओसी सप्ताह के बीच एक नक्सल जोड़े को मुख्यधारा में वापस लाया है। यह जोड़ा नक्सल गतिविधियों में लंबे समय से गढ़चिरौली-छत्तीसगढ़ के सीमा पर सक्रिय रहा है। बुधवार को गढ़चिरौली एसपी अंकित गोयल के समक्ष दंपत्ति ने समर्पण कर दिया है। दोनों पर 20 लाख रुपए का ईनाम भी घोषित था।
मिली जानकारी के मुताबिक नक्सल डीवीसी रैंक के दिपक उर्फ मुंशी रामसु ईष्टाम 34 वर्ष गढ़चिरौली के एटापल्ली का रहने वाला है। वहीं पत्नी शामबत्ती नेवरू आलाम 25 वर्ष प्लाटून सदस्य पद पर कार्यरत थी। दिपक पर खून के 3, मुठभेड़ के 8 आगजनी के 2 अपराध दर्ज हैं। जुलाई 2001 में वह कसनसूर दलम सदस्य पद पर भर्ती हुआ था। अक्टूबर 2001 से नवंबर 2002 तक वह चामोर्शी दलम में सदस्य रहा।
बाद में वह सीसीएम देवजी के प्रोटेक्शन गार्ड में अक्टूबर 2004 तक कार्यरत था। कंपनी क्र. एक ए सेक्शन में उपकमांडर एवं साल 2006 में कमांडर था। 2009 से 2015 तक कंपनी क्र. एक में ए प्लाटून कमांडर था। फरवरी 2015 से आज तक वह प्लाटून क्र. 21 में डीवीसी पद पर कार्यरत था। नक्सल में कार्यरत रहते समय उसने विभिन्न जगहों पर 6 एम्बुस लगाए थे। उसके द्वारा लगाए गए एम्म्बुस में छत्तीसगढ़ के कुदूरघाटी 4, झाराघाटी 2, कोंगेरा 25 ऐसे कुल 31 जवान शहीद हुए थे।
वहीं पत्नी शामबत्ती पर मुठभेड़ के 2 अपराध दर्ज हैं और वह 2015 में जनमिलिशिया सदस्य, प्लाटून क्र. 16 में सदस्य पर भर्ती होकर जनवरी 2017 तक कार्यरत थी। जनवरी 2017 में प्लाटून क्र. 21 में अब तक कार्यरत थी। सरकार ने दिपक पर 16 लाख रुपए और शाामबत्ती आलाम पर 4 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया था।
दंपत्ति को मिलेगा 10 लाख
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पण के कारण पुनर्वास के लिए सरकार की तरफ से दंपत्ति में दिपक को 6 लाख एवं शामबत्ती आलाम को 2.5 लाख रुपए व अतिरिक्त 1.5 लाख ऐसे कुल 10 लाख रुपए सरकार के अन्य योजनाओं का लाभ मिलेगा।
2019 से अब तक 45 का समर्पण
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गढ़चिरौली जिला पुलिस बल द्वारा प्रभावी नक्सल विरोध अभियान के कारण वर्ष 2019 से 2022 में अब तक कुल 45 नक्सलियों ने आत्मसर्पण किया है। इसमे 5 डीवीसी, 2 दलम कमांडर, 03 उपकमांडर, 34 सदस्य और 1 जनमिलीशिया शामिल है।
मुख्यधारा में लौटने आह्वान
गढ़चिरौली एसपी गोयल ने कहा कि विकास कार्य में बाधा पहुंचाने वाले नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस विभाग सक्षम है। हिंसा का मार्ग छोडकऱ अहिंसा का मार्ग अपनाने के लिए विकास की मुख्यधारा में शामिल होने और लोकतंत्र में सम्मानजनक जीवन जीने के लिए इच्छुक नक्सलियों को गढ़चिरौली पुलिस बल पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने राह भटके नक्सलियों को मुख्यधारा में शामिल होकर शांतिपूर्ण जीवन बिताने के लिए आत्मसर्पण करने का आह्वान किया।
Shantanu Roy
Next Story