x
फाइल फोटो
रायपुर न्यूज़
राजधानी समेत प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का मामला गरमाता जा रहा है। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल हुआ या नहीं, इसकी पड़ताल में जुटे ड्रग विभाग ने सोमवार को डायमंड एजेंसी को नोटिस जारी कर दिया है। दरअसल रायपुर के डूमरतराई की इस थोक दवा डायमंड एजेंसी ने सूरत के दवा सप्लायर को रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए ऑर्डर दिए थे। बाद में एजेंसी ने सूरत के दवा सप्लायर के खिलाफ ऑर्डर की सप्लाई नहीं मिलने और धोखाधड़ी का एफआईआर दर्ज कराया।
इसके बाद से ड्रग विभाग लगातार राजधानी की इस एजेंसी की जांच कर रहा है। स्टॉक वेरिफिकेशन जैसी तमाम औपचारिकताओं के बाद ड्रग विभाग ने एजेंसी को नोटिस जारी कर दिया। इसमें एजेंसी से पूछा गया कि उसने ड्रग विभाग को जानकारी दिए बिना करीब 6 लाख रुपए का रेमडेसिविर इंजेक्शन का ऑर्डर कैसे दे दिया था? आखिर आर्डर देने में ऐसी जल्दबाजी क्यों की गई? क्या उसकी मंशा में कोई खोट है? ऐसे तमाम सवालों के जवाब के लिए ड्रग विभाग ने इस एजेंसी को तीन दिनों की मोहलत दी है।
सहायक औषधी नियंत्रक कमलकांत पाटनवार के बताया कि विभाग की अलग-अलग टीमें सभी जिलों में नकली रेमडेसिविर मामले की विस्तार से जांच कर रही हैं। हालांकि अभी तक की जांच में किसी तरह की बड़ी गड़बड़ी का मामला कोई सामने नहीं आया है।
Next Story