गरियाबंद। छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी संघ ब्लाक इकाई फिंगेश्वर जिला गरियाबंद द्वारा अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर जनपद पंचायत मनरेगा शाखा प्रांगण मे अनिश्चितकालीन धरना मे बैठ गये हैं जिनके चलते मनरेगा कार्यालय में ताला लटक रहा है. वहीं पर पंचायतों में होने वाले कार्य ठप्प पड़ गये हैं. मनरेगा के कर्मचारियों की मांगों का जायज बताते हुए विकासखंड फिंगेश्वर के सरपंच संघ ने उनका समर्थन किया है. सरपंच संघ के अध्यक्ष होमन साहू ने इस बात की पुष्टि की है.
धरना प्रदर्शन को लेकर संघ के सरंक्षक रीना धु्रवे एवं अल्लेस देव प्रसाद ने प्रेस विज्ञप्ति मे बताया कि छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय आह्वान पर अपनी दो सूत्रिय मांगो को विकासखंड फिंगेश्वर के अधिकारी कर्मचारी 4 अप्रेल से धरना मे बैठ गये हैं. अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की समस्त जानकारी राज्य कार्यालय को पत्र के माध्यम से अवगत करा दी गई है. मनरेगा शाखा के माध्यम से ग्रामीण विकास को दिशा देने मे हमारे अधिकारी कर्मचारी कड़ी मेहनत कर हर मौसम मे ग्रामीणों के बीच पहुंचकर शासन की योजनाओ को अमलीजामा पहनाकर ग्रामीण रोजगार को जीवंत बना रहे हैं.
लेकिन कड़ी मेहनत के बाद भी हमारी कड़ी मेहनत का संवैधानिक रूप से भविष्य को लेकर कोइ फल नहीं मिल रहा है. न तो हमारी जीवन निर्वाह के लिए पर्याप्त वेतन है और न ही हमें स्थाई किया जा रहा है. इसलिए शासन से हमारी दो मांगे हम लोगो ने रखी है। 1 चुनावी जन घोषणा पत्र का आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों को नियमितिकरण किया जावे। 2.नियमितिकरण प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों को सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे.
ये हुए शामिल इस प्रकार अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर धरना स्थल मे हमारी मांगे पूरी करो का नारा लगाते हुए मनरेगा के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे. धरना प्रदर्शन मे संरक्षक रीना धु्रर्वे, राजेन्द्र धु्रव,अध्यक्ष अल्लेसदेव प्रसाद, उपाध्यक्ष देवलाल भारती, राकेश भारती,सचिव उमेश धु्रव,सहसचिव चेतन कोसरे,कोषाध्यक्ष वीण मेश्राम, हेमंत निषाद, हारवेन्द्र साहू, दीपक साहू अनिल गायकवाड़, दूधनाथ ढीढी,खिलेश मंडावी, पवनकुमार दामिनी तारक, सियाराम भांडेकर नंदनी विश्वकर्मा, ज्योति प्रभा, सीता साहू आदि शामिल है.