जांजगीर-चांपा। मालखरौदा ब्लाक के एक साढ़े 14 साल के नाबालिग को अपने से डेढ़ साल बड़ी लड़की के साथ प्यार हो गया। दोनों का प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि उन्होंने कम उम्र में शादी करने की सोची और अपने अपने स्वजन से चर्चा की। दोनों के परिवार वाले भी राजी हो गए। बुधवार को शादी होने वाली थी। शादी के लिए लड़के के घर में ही मंडप सजी थी। शादी की रस्में चल रही थी। वैसे ही इसकी सूचना महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को मिली तो एक टीम तैयार की गई। टीम गांव पहुंची और स्वजन से चर्चा कर शादी रोकी गई और बालिग होने पर विवाह करने की समझाइश दी।
कहते हैं प्यार में जात पात ऊंच नीच नहीं देखा जाता है यहां तक की उम्र भी नहीं देखी जाती है। ज्यादातर यह सब पिᆬल्मी और क्रिकेट जगत में देखने को मिलता है। लेकिन ऐसा ही एक मामला अपने जिले में भी देखने को मिला है। मालखरौदा ब्लाक के एक गांव के साढ़े 14 साल के नाबालिग लड़के को जैजैपुर ब्लाक के एक गांव की 16 साल की लड़की से प्यार हो गया। दोनों एक ही जाति के थे। समय के साथ दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों ने कम उम्र में ही शादी करने की सोच ली।
दोनों ने अपने अपने घर में शादी करने की इच्छा जताई तो स्वजन ने पहले तो उम्र कम होने की बात कहते हुए शादी से इंकार कर दिया। लेकिन दोनों की जिद के आगे स्वजन भी शादी के लिए तैयार हो गए। शादी के लिए लड़के के घर में ही मंडप सजाया गया था। एक ही मंडप में दोनों की शादी की रस्में शुरू हो गई। बुधवार 11 मई को शादी के लिए पᆬेरे पड़ने थे। दोनों की शादी हो पाती इससे पहले इसकी सूचना महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को मिल गई।
नाबालिग की शादी होने की सूचना मिलते ही विभाग के अधिकारियों ने पुलिस विभाग के साथ मिलकर एक टीम बनाई। टीम में शामिल महिला बाल विकास की पर्यवेक्षक योगेश्वरी साहू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीता महंत, सरिता धीरही, यशपाल जांगड़े, अंकुर यादव, कोटवार बसंत जाटवर के साथ गांव पहुंची और दोनों के स्वजन को बैठाकर समझाइश दी। टीम ने बालिग होने पर ही शादी करने की बात कही। अधिकारियों की समझाइश के बाद दोनों के स्वजन मान गए और शादी रोक दी गई।