छत्तीसगढ़

जामा मस्जिद चुनाव अंतिम चरण में, सरगर्मी बढ़ी...

Nilmani Pal
2 Sep 2022 6:02 AM GMT
जामा मस्जिद चुनाव अंतिम चरण में, सरगर्मी बढ़ी...
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समाजसेवियों में सदस्यता बढ़ाने की मची होड़

25-30 साल बाद हो रहे चुनाव के कारण रोचकता बढ़ी

कुछ लोग हाईकोर्ट जाने की तैयारी में

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। जामा मस्जिद रायपुर में मुतवल्ली चुनाव रोचक होने की उम्मीद है। कुल वोटरों की तादात लगभग छह हजार के करीब हो गई है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की अंतिम तिथि पांच सितम्बर है। ऐसा लग रहा है की अंतिम तिथि तक वोटरों की संख्या 7 से 8 हजार तक पहुँचने की संभावना जताई जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड द्वारा शांति पूर्वक चुनाव करवाने की जिम्मेदारी रिटायर्ड डीएसपी शोएब अहमद खान को सौंपी है जिनके साथ आठ से दस लोग भी एडहाक कमिटी में शामिल हैं जिनके देखरेख में जामा मस्जिद का चुनाव सपन्न किया जाना है। गौरतलब है पूर्व मुतवल्ली हाजी अब्दुल अज़ीम भोंदू के इन्तेकाल हो जाने के बाद जामा मस्जिद का चुनाव कराया जा रहा है। प्रत्याशी और वोटरों के रुझान से ऐसा लगता है कि चुनाव काफी दिलचस्प होगा। राजातालाब से दो प्रत्याशी मौदहापारा से एक रहमानिया चौक से एक प्रत्याशी सहित कुल चार से पांच प्रत्याशी चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं। मुस्लिम समाज की सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिद होती है। जो काफी प्रतिष्ठित मानी जाती है। शासन प्रशासन में भी मुस्लिम समाज की ओर से जामा मस्जिद के मुतवल्ली को समाज के प्रतिनिधि की तरह माने जाते हैं। और समय समय पर बैठकों में शामिल भी होते हैं।

मुतवल्ली बनने के लिए दावेदारों ने अभी से लोगों से संपर्क बनाना शुरू कर दिए हैं। और अधिक से अधिक तादात में अपने समर्थकों को मतदाता बना रहे हैं। व्यक्तिगत रूप से मिलकर समर्थन मांग रहे हैं। साथ ही वॉट्सअप ग्रुप में प्रचार-प्रसार शुरू हो गया है। वक्फ बोर्ड द्वारा गठित एडहोक कमिटी के संयोजक शोएब अहमद खान ने बताया की 6 सितम्बर के बाद स्क्रूटनी के बाद मतदाता सूची जारी कर दी जाएगी। उसके बाद मुतवल्ली हेतु नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस बार जमानत राशि 20 हजार रुपए रखा गया है जो वापसी योग्य नहीं है ,साथ ही उम्मीदवारों से शपथ पत्र भी लिया जाएगा । नाम वापसी के बाद बचे उम्मीदवारों का बैलेट पेपर तैयार किया जाएगा। चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाएगा। संयोजक शोएब अहमद के साथ कमेटी के सदस्य मो. वकील, तनवीर नवाब, अब्दुल समद, मो. अनवारूल हसन, जिया कुरैशी, सहित अन्य सदस्य चुनाव स्थल का चयन करेंगे जहां पर पार्किंग और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। जहां इन सभी बातों की व्यवस्था होगी वहीं पर चुनाव स्थल बनाया जाएगा। जिसके लिए कमेटी के मेंबर संयोजक के साथ 2-3 स्कूलों और सीरत मैदान मुस्लिम हाल का भी मुआयना करेंगे। इसके पहले जामा मस्जिद का चुनाव जुमें की नमाज के बाद उपस्थित जमातियों द्वार किया जाता था लेकिन इस बाद 25 से 30 साल बाद हो रहे चुनाव में शहर भर के मुस्लिमों का शामिल किया गया है। जिसके विरोध में सूत्रों से जानकारी मिली है कि कुछ लोग हाईकोर्ट से इस चुनाव में स्टे लेने की कोशिश कर रहे है।इस संबंध में कमेटी के संयोजक शोएब अहमद खान ने बताया कि सुरक्षा और पार्किंग हमारी पहली प्राथमिकता है। किसी प्रकार का विवाद न हो इसका विशेष ध्यान भी रखा जाएगा। चुनाव सर्वसम्मति से हो ऐसा प्रयास किया जाएगा।

जिस हिसाब से जामा मस्जिद में वोटरों के रूप में मुस्लिम समाज के लोगों को जोड़ा गया है यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण हो गया है। इस वक्त का चुनाव भारी गहमा-गहमी, दवाव पूर्ण और आपसी टशन वाला होने की संभावना है।

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