अबूझमाड़ के घने जंगलों-पहाड़ों में स्वास्थ्य योद्धा कर रहे इलाज
नारायणपुर। ऐसा नहीं कि नक्सल प्रभावित जिला नारायपुर में सिर्फ कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण पर सब एक जुट है। बल्कि नारायणपुर सहित अबूझमाड़ के अन्दरूनी क्षेत्रों जो चारों और से घने जंगलों, पहाड़ों से घिरे हुए गांवों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता या कहे कि स्वास्थ्य योद्धा लोगों को कोरोना वायरस से बचाव की बातें तो बता ही रही है बल्कि वे मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण के लिए गरपा, होरादी, हांदावाड़ा, कुन्दला, बासिंग आदि में गांववासियों को मेडिकेट मच्छरदानी भी बांट रहे, और मलेरिया पॉजिटिव लोगों का स्लाइड बना रहे है। वहीं बीमारों को जरूरी दवाईयां और बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी कर रहे है। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का भी पालन कर रहे है। ग्रामीणों को हाथ धोने और साफ-सफाई के साथ रहने सर्दी-खांसी बुखार होने पर सरपंच, सचिव या मितानिन स्वास्थ्य कार्यकर्ता को बताने की बात भी समझा रहे है।