गरियाबंद। जिस इलाके में नक्सलियों को पकड़ने सीआरपीएफ के जवान पहुंचे हैं, वहां दो दिन पहले मैनपुर के स्वास्थ्य अमला विशेष शिविर लगाकर लौटी है. मलेरिया मुक्त सफल अभियान के लिए सीएम स्वास्थ्य टीम की सराहना कर चुके हैं. शिविर लगाने टीम बीएमओ गजेंद्र ध्रुव के नेतृत्व में 6 जुलाई को सूबह 7 बजे रवाना हुई थी. कूल्हाड़ीघाट के बाद 7 किमी की पहाड़ की खड़ी चढ़ाई किया. रास्ते मे पड़ने वाले नाले पर घुटने भर पानी भी पार करना पड़ा. टीम मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत तराझर व कुरुवापानी में जनजाति परिवार के 90 मरीजों का उपचार किया और 10 लोगों की कोविड जांच की. 5 गर्भवती माताओं का स्वास्थ परीक्षण कर जरुरी दवाओं का वितरण किया. आरडी कीट के माध्यम से मलेरिया जांच की गई और तीन मलेरिया पॉजिटिव का उपचार किया गया.
विशेष पिछड़ी जनजाति समूह के सभी व्यक्तियों कोबरसात के मौसम में शुद्ध पेयजल का प्रयोग दस्त डायरिया का प्रबंधन उपचार कि स्वास्थ्य शिक्षा देते हुए ओआरएस और जिंक दवाई का वितरण भी किया गया. जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का आयोजन करते हुए पात्र दंपतियों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के बारे में स्वास्थ्य शिक्षा दी गई. खून की कमी से बचाव के लिए गर्भवती माताओं व बच्चों को आयरन फोलिक एसिड टेबलेट और मल्टीविटामिन सिरप का वितरण कर अपने सीमित संसाधनों में उपलब्ध पौष्टिक और संतुलित आहार के बारे में स्वास्थ्य शिक्षा दी गई.
मलेरिया के लक्षण और उपचार के लिए स्वास्थ्य शिक्षा देते हुए मच्छरदानी के प्रयोग के लिए प्रेरित किया गया. इस विशेष स्वास्थ्य शिविर अभियान में बीएमओ के अलावा, विकास खंड कार्यक्रम प्रबंधक गणेश सोनी, खंड विस्तार प्रशिक्षक अधिकारी मुकेश साहू, सेक्टर सुपरवाइजर ईशुलाल पटेल, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारीगण कुमुदिनी ध्रुव, सोमा ध्रुव, गोदावरी दीवान, गरिमा यादव, सुचित्रा नागेश, रामकृष्ण टंडन, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकगण कुमारी वेदवती ध्रुव, प्रतिभा ध्रुव, भिंगेश्वर प्रसाद साहू, मोहन साहू, खगेश साहू, परेश्वर नागेश, रामचंद्र पटेल और हेमंत हरिलाल व मितानिन रुखमणी सोरी का सराहनीय योगदान रहा.