वनकर्मी और जूकीपर को दी समझाइश, बाघिन की मौत के बाद गंभीर दिखे अफसर
बिलासपुर। कानन पेंडारी जू में चेरी बाघिन की मौत के बाद अफसर गंभीरता दिखा रहे हैं। इसी के तहत डीएफओ विष्णु नायर ने कानन में बैठक लेकर वनकर्मी व जूकीपर को समझाइश दी। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणियों की देखभाल में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने नई व्यवस्था के बारे में बताया। जिसके तहत अब सभी जूकीपर को दूसरे केज की जांच करनी है, ताकि यदि साथ ही जूकीपर से कोई गलती हो गई हो तो उसे सुधार लिया जाए।
जू की यह घटना केवल लापरवाही के कारण हुई है। इसमें जूकीपर के अलावा वनकर्मी और अधिकारी भी जिम्मेदार है। हालांकि इस घटना के बाद जू के अधिकारी में हैं। घटना के बाद से लगातार जू की खामियां ठीक करने में जुटे हुए हैं। टूटी- फूटी जालियों की मरम्मत की जा रही है। वहीं जिस हिस्से में अधिक जगह छूटा हुआ है, उसमें लोहा लगाकर उस हिस्से को बंद किया जा रहा है, ताकि कोई वन्य प्राणी एक- दूसरे के केज में न घुस सके। इसके अलावा गुरुवार की सुबह 11 बजे से डीएफओ व अचानकमार- अमरकंटक बायोस्फिेयर के संचालक विष्णु नायर ने एसडीओ, रेंजर के अलावा जूकीपर व वनकर्मियों की बैठक ली।