झाड़ियों में मृत अवस्था में मिली मादा हथनी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आ गई मौत की असल वजह
गरियाबंद। धमतरी जिले से विचरण करते आये मादा हाथी का विचरण गरियाबन्द वनमण्डल के धवलपुर परिक्षेत्र के पंडरीपानी में था।हाथी के विचरण की निगरानी हाथी मित्र एवं वनकर्मियों द्वारा किया जा रहा था। लगभग दोपहर 12:30 बजे मादा हाथी सिकासेर डुबान क्षेत्र के झाड़ियों में बैठे हालत में हाथी मित्रों द्वारा देखा गया।
जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। सूचना पर उप वनमंडलाधिकारी गरियाबन्द एवं पशु चिकित्सको के साथ मौके पर पहुँचने एवं निरीक्षण पर 01 नग मादा हाथी उम्र लगभग 35 वर्ष मृत अवस्था में पाया गया। जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया।
सूचना पर पशु चिकित्सक डॉक्टर राकेश वर्मा, डॉक्टर पंचभाई एवं डॉक्टर जोशी घटना स्थल पहुचंकर मृत हथिनी का परीक्षण किया गया। प्राथमिक परीक्षण में हथिनी की मृत्यु ACUTE INFLAMATION OF BUCCAL CAVITY एवं मूत्राशय एरिया में अत्यधिक संक्रमण होना पाया है।
शव परीक्षण के दौरान मुख्य वनसंरक्षक (वन्य प्राणी ) पैकरा सर, वन मंडलाधिकारी गरियाबन्द मयंक अग्रवाल उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व के उप संचालक वरुण जैन, पशु चिकित्सक गण, उपवनमण्डल अधिकारी मनोज चन्द्राकर, राजेन्द्र सोरी, सहायक संचालक उदंती एस एस नाविक, परिक्षेत्र अधिकारी गण, वन कर्मी एवं हाथी मित्र दल सदस्य मौजूद थे।