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बिलासपुर। भू-माफिया ने शासकीय जमीन को निजी बताकर मजदूर को बेच दिया औए उससे दो लाख रुपए ले लिए। नामांतरण के लिए गुमराह करने लगे। तब मजदूर ने पैसा वापस मांगा तो भूमाफिया ने उससे मारपीट की थी। उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कर्रवाई नहीं हुई है। सिरगिट्टी निवासी मंशाराम रोजी-मजदूरी करता है। उनका मुलाकात हुई। भूमाफिया ने नगपुरा गांव में खाली जमीन को अपना बताकर दिखाया। पीड़ित ने जमीन को तीन लाख 70 हजार रुपए में खरीदने के लिए तैयार हुए।
भूमाफिया ने उससे दो लाख रुपए एडवांस ले लिया। एक स्टांप में एडवांस रकम की लिखा-पढ़ी की गई। इसके बाद मंशाराम ने जमीन की रजिस्ट्री करने के लिए कहा तो वह टालमटोल करने लगा। भू माफिया अपने साथियों के साथ आया और पीड़ित को कार में बिठाकर जबरन दूसरी जगह ले गया। उससे मारपीट की थी और कोरे कागज में हस्ताक्षर करवा लिया। पीड़ित ने इसकी शिकायत सिरगिट्टी थाना में की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद पीड़ित ने एसपी से शिकायत की। इसके बावजूद कोई करवाई नही हुई है।
गांव के घर को बेचकर एडवांस दिया
पीड़ित ने बताया कि ग्राम नगपुरा में जमीन लेने के लिए उसने अपने पैतृक गांव के घर को बेच दिया। उसी पैसे को भूमाफिया को एडवांस में दिया है। तहसील कार्यालय से जानकारी मिली कि वह जमीन सरकारी है। भू माफिया ने पहले डेढ़ डिसमिल नंबरी जमीन को पीड़ित को बेचा। उसकी पत्नी के नाम पर रजिस्ट्री भी की गई है। भरोसे में लेकर सरकारी जमीन का भी सौदा तय कर दिया। आरोप है कि नंबरी जमीन का पैसा लेने के बावजूद नामांतरण नहीं करवा रहा है।
Shantanu Roy
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