छत्तीसगढ़

राजधानी में होने वाली पार्टियों में मुंबई से पहुंच रहा ड्रग्स...17 ग्राम कोकीन के साथ 2 पैडलर गिरफ्तार

Nilmani Pal
1 Oct 2020 6:22 AM GMT
राजधानी में होने वाली पार्टियों में मुंबई से पहुंच रहा ड्रग्स...17 ग्राम कोकीन के साथ 2 पैडलर गिरफ्तार
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लॉकडाउन के दौरान और उससे पहले भी राजधानी की हाईप्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स की सूचनाओं के बाद पुलिस ने नशे के इस धंधे पर वार शुरू कर दिया है

जसेरि रिपोर्टर ।रायपुर। लॉकडाउन के दौरान और उससे पहले भी राजधानी की हाईप्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स की सूचनाओं के बाद पुलिस ने नशे के इस धंधे पर वार शुरू कर दिया है। बैरनबाजार में एक कॉलेज के सामने ड्रग्स सप्लाई कर रहे एक इवेंट मैनेजर विकास बंछोर को सुबह पुलिस ने गिरफ्तार किया, उसकी सूचना पर साथी श्रेयांस झाबक (पिता रमेश झाबक, बड़े कांग्रेस नेता के समर्थक और खुद भी बड़े नेता माने जाते है ) को भी दबोच लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों मिलकर कई बड़ी पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई कर चुके हैं। नशे के धंधे में दोनों डेढ़ साल पहले घुसे। पुलिस ने दोनों से 17 ग्राम व्हाइट पाउडर (कोकीन) जब्त की है। इसकी कीमत करीब डेढ़ लाख बताई जा रही है।

यह मुंबई के जिन लोगों के जरिए मंगवाई गई थी, पुलिस ने उनका ब्योरा तैयार कर लिया है। गुरुवार को तय होगा कि यहां की पुलिस मुंबई जाएगी या फिर वहीं की पुलिस की मदद से छापेमारी होगी। पुलिस ने बताया कि विकास के पास ड्रग्स सप्लाई के कॉल आते थे। इसके बाद वह नशे की पुडिय़ा पार्टियों के आयोजकों के पास छोड़ देता था। एक पुडिय़ा के 9 हजार रुपए लिए जा रहे थे। ड्रग्स श्रेयांस मंगवा रहा था। एसएसपी अजय यादव ने बताया कि ड्रग्स के बदले में पैसों का ट्रांजेक्शन बैंक खातों के जरिए होने की सूचना है, इसलिए दोनों के बैंक खातों की डीटेल निकाली जा रही है। इस डीटेल से भी स्पष्ट हो जाएगा कि मुंबई ड्रग माफिया के कौन लोग इन जुड़े हैं। यही नहीं, आरोपियों का कॉल डिटेल निकाला जा रहा है। यह भी इसलिए ताकि संपर्क नंबर मिल सकें। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में थानों से लेकर साइबर सेल तक, सभी टीमें लगा दी गई हैं। डीएसपी देवचरण पटेल ने बताया कि कोटा का विकास बंछोर इवेंट मैनेजर है। वह खुद की इवेंट कंपनी चलाता है। वह शादी से लेकर बड़ी पार्टियों का काम देखता हैं। श्रेयांस झाबक उसका दोस्त हैं। श्रेयांस मुंबई के निजी कंपनी में काम करता था। दो साल पहले वह रायपुर लौटा और यहीं कारोबार कर रहा है।

मुंबई में नौकरी के दौरान उसका संपर्क कुछ ड्रग्स सप्लायर से हुआ। उन्हीं से वह ड्रग्स मंगाकर रायपुर में सप्लाई करता है। वह कोरियर और ट्रेन से ड्रग्स मंगाता था। वह विकास के आयोजित पार्टियों में भी इसकी सप्लाई करता था। आरोपियों के कुछ नियमित ग्राहक हैं, जिनके कॉल आने पर पुडिय़ा बनाकर माल छोड़ते हैं। आरोपी ड्रग्स में कोड वर्ड का उपयोग करते हैं। माल, हैश जैसे शब्दों का उपयोग करते हैं।

डेढ़ साल में 18 पार्टियों में बेचा ड्रग्स: राजधानी की पार्टियों में मुंबई से ड्रग्स मंगवाकर सप्लाई करने वाले दोनों पैडलर (तस्कर) ने शुरुआती पूछताछ में राज उगलने शुरू कर दिए हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों ने पिछले डेढ़ साल में राजधानी में 18 ऐसी पार्टियों का ब्योरा दिया है, जिसमें ड्रग्स का उपयोग किया गया। ये पार्टियां होटल और क्लब ही नहीं, बल्कि फार्महाउस में भी हुई थीं। ड्रग्स हमेशा पार्टी के आयोजकों ने नहीं खरीदे, बल्कि कई बार वहां पहुंचे लोगों ने भी जानकारी के आधार पर ले लिए।

घर में सट्टा खिला रहे तीन सटोरिये गिरफ्तार, 21 हजार कैश भी मिला

राजधानी के एक बड़े सटोरिए से लाइन लेकर सट्टा खिला रहे 2 कारोबारियों को पुलिस ने बुधवार को छापा मारकर गिरफ्तार किया है। आरोपियों से मोबाइल, लैपटाप, सिम कार्ड के अलावा 21 हजार कैश मिला है। एक कागज मिला हैं, जिसमें लाखों का हिसाब-किताब हैं। आरोपी एक एप के माध्यम से सट्टा चला रहे थे। पुलिस ने बताया कि ओम सोसायटी का अमित कृपलानी और भोईपारा का सौरभ जुमनानी आईपीएल क्रिकेट सट्टा खिला रहे थे। सौरभ के मकान के एक कमरे में उनका पूरा काम चलता था। वहां शाम 6 बजे से आरोपी लैपटॉप और मोबाइल लेकर बैठ जाते थे। आरोपी पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबर का उपयोग कर रहे थे। आरोपियों के पास दांव लगाने वाले ज्यादातर उनके रिश्तेदार और दोस्त हैं। उन्हें रोज नया नंबर मैसेज कर दिया जाता था, जिसमें वे दाव लगाने के संपर्क करते थे। आरोपी रोज का हिसाब-किताब लैपटॉप में टाइप करते। बाद में उसे पेनड्राइव में ट्रांसफर करके लैपटाप से हटा देते थे। उधर उरकुरा बस्ती में सट्टा-पट्टी लिखने वाले एक युवक को खमतराई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी रोज अलग-अलग जगह बैठकर सट्टा लिखता था। बस्ती वालों की सूचना में पुलिस ने छापा मारा और उसे पकड़ लिया।

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