छत्तीसगढ़

न्यू-ईयर जश्न में ड्रग का निवेश...

Nilmani Pal
28 Dec 2022 5:45 AM GMT
न्यू-ईयर जश्न में ड्रग का निवेश...
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अतुल्य चौबे

धंधे के लिए ताक पर नैतिकता, पार्टियों में मस्ती और नशे का कॉकटेल परोसने की तैयारी

रायपुर। नए साल के जश्न से पहले शहर में ड्रग की आवक बढ़ती हुई नजर आ रही है। नए साल पर शहर और आसपास के जिलों में होने वाली न्यू ईयर पार्टी में बड़ी मात्रा में ड्रग की सप्लाई की जाती है। साल 2023 आने में अभी भी एक सप्ताह बाकी है। शहर में ड्रग की डिमांड और उनकी कीमतों में खासी बढ़ोतरी होने लगी है। खास तौर पर एलसीडी और कोकीन ड्रग की डिमांड अक्सर नए साल की पार्टियों में सबसे ज्यादा होती है।

एक अधिकारी के अनुसार सामान्य दिनों में एलसीडी के एक डाट की कीमत सात से नौ हजार रुपये के बीच होती है, जो इन दिनों में बढ़कर 10 से 15 हजार तक पहुंच जाती है। ऐसा ही कुछ हाल कोकीन का भी होता है आमतौर पर पांच हजार रुपये प्रति ग्राम बिकने वाली कोकीन भी इन दिनों आठ से 10 हजार या उससे भी ज्यादा में बेची जाती है। इसके अलावा एमडी ड्रग भी इन दिनों लोगों की पसंद बना हुआ है।

पुलिस के हाथ लगे कई पैडलर्स के नाम

आरोपियों के मोबाइल से पुलिस को कई बड़े घर के लड़के-लड़कियों की फोटो और नंबर मिले हैं। आरोपितों ने इनकी जान-पहचान भी स्वीकार की है। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों की शैक्षणिक संस्थानों के अंदर तक पैठ है। आरोपियों की जद में कई युवा हैं। एसीसीयू की नजर बड़े-बड़े होटल और क्लबों में है।

वाट्सएप ग्रुप बनाकर सप्लाई

मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों ने वाट्सएप गु्रप बनाकर रखे हैं। ड्रग को अलग-अलग नाम से बुलाया जाता है। जब जिसको जरूरत होती है, ये पैडलर आसानी से इन तक पहुंचा देते हैं। ये ज्यादातर होटल, क्लब और कालेज स्टूडेंट्स तक पहुंचा जाता है।

नशे के कारोबार में युवतियां भी शामिल

पंडरी में दो दिन पहले पकड़े गए पैडलर्स में दो युवतियां भी शामिल थी। यह पहली कार्रवाई नहीं है, जब युवतियां ड्रग के मामले में पकड़ी गई हैं। एक साल पहले पुलिस ने ड्रग की बड़ी खेप और 15 से ज्यादा आरोपियों को पकड़ा था। हालांकि अब सब जेल के बाहर हैं। उस दौरान भी एक युवती को पकड़ा गया था। इस बार दो युवतियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये कालेज जाने वाली छात्राएं हैं।

नाबालिगों को भी मिल जाती है पब में एंट्री

राजधानी में इस समय नशे का निवेश सिर चढ़कर बोल रहा है। अवैध कमाई और धंधे के कारण पब और बार संचालकों ने सारी नैतिकता ताक पर रख दी है। यही कारण है कि पब और बार में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों यानी नाबालिगों को भी प्रवेश दे दिया जाता है। नशीले ड्रग्स बेचने वाले भी पब में जाने वाले युवाओं और किशोरों को अपना टारगेट बना रहे हैं। ड्रग सप्लायर कुछ पबों के मैनेजरों से दोस्ती करके वहां पहुंचते हैं और रईस परिवारों के बच्चों को ड्रग्स के नशे की ओर ले जाते हैं। इस तरह शराब के बाद ड्रग्स को अपनाकर कई युवाओं का जीवन तबाही के रास्ते पर जा रहा है। दुर्भाग्य की बात है कि इतना सब होने के बाद भी प्रशासन, आबकारी विभाग और नारकोटिक्स विभाग इस पर नियंत्रण नहीं कर पा रहा है। कुछ महीने पहले प्रशासन और आबकारी विभाग द्वारा इक्का-दुक्का कार्रवाई की गई थी, लेकिन अब कार्रवाई ठप है। फिलहाल देर रात पबों से नशे में चूर होकर निकले युवक-युवतियों के सड़कों पर विवाद और मारपीट अलग ही कहानी कह रही है। लगता है, हालात बेकाबू होते जा रहे हैं और पुलिस व प्रशासन के पास नशे के अवैध कारोबार को रोकने के लिए कोई ठोस कार्ययोजना नहीं है।

बीस साल में चार गुना हुए पब और बार

राजधानी में पब-क्लब की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसमें एफएल-2 और एफएल-3 दोनों तरह के बार शामिल हैं। यानी कई होटल और रेस्त्रां संचालकों ने अपने यहां बार भी खोल रखे हैं। यह बानगी है कि पिछले कुछ सालों में राजधानी में पब संस्कृति ने किस तरह अपने पैर पसारे हैं। आबकारी विभाग सरकार को राजस्व कमाकर देने के लिए पब और बार के लाइसेंस धड़ाधड़ दे रहा है, लेकिन यह देखने वाला कोई नहीं है कि वहां आबकारी नियमों का पालन हो रहा है या नहीं।

कैफे के नाम पर जा रहे किशोर, अंदर शराब का दौर

शहर में कुछ ऐसे बार भी हैं जो कैफे के नाम पर खुले हैं। इनके नाम में कैफे जुड़ा होने से कई किशोर और युवा लड़के-लड़कियां यहां पहुंच जाते हैं। जब वे अंदर जाते हैं तो एक तरफ काफी मिलती है तो उसी हाल में शराब के भी दौर चलते रहते हैं। ऐसे माहौल में लड़के-लड़कियों के मन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और वे अनचाहे ही नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

नशे का लुभावना जाल, लड़कियों को मुफ्त प्रवेश

कई पब और बार संचालकों ने लड़के-लड़कियों को शराब व नशे की लत लगाने के लिए लुभावना जाल फैला रखा है। सबने अपने-अपने नियम बना रखे हैं। कुछ पब और बार ने लड़कियों का प्रवेश मुफ्त कर रखा है, जबकि लड़कों को शुल्क देना पड़ता है। कुछ पब में नियम बना है कि लड़की साथ होगी तो लड़के को भी इंट्री के लिए पैसा नहीं लगेगा। कुछ पब में पूल पार्टी होती है तो वहां कपल की इंट्री फ्री कर रखी है। कुल मिलाकर लड़के-लड़कियों को नैतिक रूप से गिराने और नशे का आदी बनाने के सारे इंतजाम यहां मौजूद हैं।

पुलिस की कार्रवाई: ड्रग्स की तस्करी करते कृषि अधिकारी और प्रॉपर्टी डीलर गिरफ्तार, गोवा के गैंग से लिंक

राजधानी में नए साल के जश्न से पहले नशे के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने सड्डू इलाके में घेराबंदी कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक कृषि विभाग का अधिकारी और दूसरा प्रॉपर्टी डीलर है। उनका लिंक गोवा के ड्रग तस्करों से है। आरोपियों की कार की तलाशी के 3 पैकेट ड्रग्स मिला है, जबकि आरोपियों ने 7 पैकेट ड्रग्स खरीदा था। उसमें से 4 पैकेट वे पकड़े जाने के पहले ही बेच चुके थे। पुलिस अब उनसे ड्रग्स खरीदने वालों की तलाश कर रही है। पुलिस अफसरों का दावा है कि इस पकड़े गए तस्करों से रैकेट में शामिल कुछ लोगों का क्लू मिला है। उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा। पुलिस अफसरों के अनुसार मूलत: बेमेतरा निवासी नरेंद्र ठाकुर कृषि विभाग में समिति प्रबंधक है। वह अपने दोस्त मनोज शुक्ला के साथ ड्रग्स की तस्करी करता था। तीन दिन पहले पुलिस ने गोवा से ड्रग्स करने वाले तीन युवक और दो युवतियों को पकड़ा था। उनके फोन की जांच के दौरान कृषि विभाग के अधिकारी और प्रापर्टी डीलर का चैट मिला था। नरेंद्र और मनोज उनसे ड्रग्स की डील कर रहे थे। उसके बाद से पुलिस इनकी निगरानी कर रही थी। आरोपियों ने 4 दिन पहले 7 पैकेट ड्रग्स खरीदा था। इसमें से 4 पैकेट को बेच दिया। 3 पैकेट को बेचने के लिए सड्डू इलाके में घूम रहे थे। पुलिस ने गाड़ी नंबर के आधार पर पकड़ लिया। आरोपियों की कार भी जब्त की गई है। पुलिस के अनुसार आरोपी लंबे समय से ड्रग्स की तस्करी कर रहे है। खुद भी ड्रग्स लेते है। आरोपी रायपुर से ड्रग्स लेकर बेमेतरा इलाके में तस्करी करते हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों के फोन को जब्त कर लिया है। उसे जांच के लिए साइबर सेल भेजा गया है।

पकड़े गए पांच पैडलर तीन दिन की रिमांड पर

गोवा से लाकर एम.डी. ड्रग्स की तस्करी/बिक्री करने वाली दो युवतियों, तीन युवकों को पंडरी मोवा पुलिस ने बीती आधी रात गिरफ्तार किया है। इन्हें अम्बुजा मॉल के पास लग्जरी एसयूवी एमजे ग्लोस्टर ड्रग्स के साथ रंगे हाथ पकड़ा।ए.सी.सी.यू. के नारकोटिक्स सेल एवं पण्डरी पुलिस की संयुक्त कार्यवाही है। इन्हें सोमवार को विशेष न्यायाधीश एनडीपीएस कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड दे दी है।

वाहन चालकों की जांच, आज से सख्ती

राजधानी में नए साल के जश्न के पहले पुलिस की सख्ती शुरू हो जाएगी। मंगलवार को आधी रात तक पुलिस ने चौक-चौराहों पर बेरीकेड लगाकर वाहन चालकों की जांच की। पुलिस ने अपना फोकस नशे में गाड़ी चलाने वालों पर रखा है। ये चेक किया जा रहा है कि कोई पार्टी मनाकर नशे में गाड़ी चलाते तो नहीं घूम रहा है। इसके अलावा तीन सवारी और बिना सीट बेल्ट वाले कार चालकों पर भी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अफसरों ने बताया कि अब रोज रात 2 बजे तक शहर के 20 से ज्यादा चौक पर बेरीकेड्स लगाकर जांच की जाएगी। जांच के लिए हर थानों को ब्रीद एनालाइजर दिया गया है। ताकि नशेड़ी वाहन चालकों को पकड़ा जा सके। डीएसपी गुरजीत सिंह ने बताया कि 28 दिसंबर से 1 जनवरी तक ऐसे ही अभियान चलाया जाएगा। रात 2 बजे तक फोर्स लगाकर जांच किया जाएगा। विशेष कर शहर के एंट्री पॉइंट तेलीबांधा, पचपेड़ी नाका, संतोषी नगर, टाटीबंध, भनपुरी तिराहा, विधानसभा ओवरब्रिज पर जांच की जाएगी।नशे में गाड़ी चलाते मिलने वाले ड्राइवर की गाड़ी जब्त की जाएगी। उनका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। ऐसे लोगों का चालान कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीन सवारी, बिना नंबर और सीट बेल्ट नहीं लगाने वालों से भी नियमानुसार ज्यादा चालान किया जाएगा ताकि लोग भविष्य के लिए सचेत रहें। हर इलाके में कार्रवाई के लिए फोर्स को बांट दिया गया है। पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त फोर्स मांगी गयी है। वहीं होटल, लॉज, ढाबा की जांच की जाएगी। रात 11 बजे हर तरह के आयोजन को बंद कराया जाएगा। तय समय के बाद कहीं भी शराब पिलाने नहीं दी जाएगी।

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