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राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के हड़ताल का तीसरा दिन आज संपन्न हुआ । मनरेगा योजना के अनियमित अधिकारी / कर्मचारी एवं रोजगार सहायक द्वारा नियमतीकरण की मांग को लेकर धरना स्थल पर आज डाक पत्र से अपनी मांगों को पूरा करने हेतु ध्यान आकर्षण किया गया। महासंघ के दो सूत्रीय मांगो को सचिव संघ के प्रांत, जिला एवम ब्लॉक स्तर के पदाधिकारियों द्वारा स्वयं उपस्थित होकर समर्थन दिया गया।
मनरेगा अधिकारी कर्मचारी एवं रोजगार सहायक द्वारा तीसरे दिन धरना स्थल पे बैठकर महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार एवं माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार , महामहिम राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन एवं माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्रीमती सोनिया गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मुखिया को पोष्ट कार्ड के माध्यम से पत्र -लिखकर अपनी पीडा एवं व्यथा को लिखकर मांग पूरी करने के लिए आग्रह किया गया ।साथ साथ फेसबुक ट्वीटर वाट्सअप के माध्यम से भी नियमतीकरण की प्रक्रिया को लेकर ट्वीट भी किया गया |
सचिव संघ मनरेगा कर्मचारियों के हड़ताल के समर्थन में उतरा मैदान पर
सचिव संघ के रामदुलार साहू अध्यक्ष प्रदेश पंचायत सचिव संघ जिला ईकाई राजनांदगांव द्वारा मनरेगा कर्मचारी महासंध के दो सूत्रीय मांग क्रमशः चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियो का नियमितीकरण एवं नियमितकिरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक रोजगार सहायको का ग्रेड पे निर्धारण कर समस्त मनरेगा कार्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायतकर्मी नियमावली लागू करने की मांग को जायज मानते हुए समर्थन किया गया।
योगेश साहू सह सचिव जिला सचिव संघ युवराज साहू कोषाध्यक्ष ज. प. राजनांदगांव एवं आशीष राजपूत प्रवक्ता जनपद पंचायत राजनांदगांव एवं मीनाक्षी साहू प्रवक्ता सचिव संघ स्वयं धरना स्थल पर उपस्थित होकर अनियमित साथियों को बल दिया गया । सचिव संघ प्रवक्ता ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि नियमितीकरण इस लड़ाई में पूरा सचिव संघ साथ खड़ा हुआ है।
पोस्टकार्ड में झलकी मनरेगा कर्मी की व्यथा
जिले के लगभग 1000 मनरेगा कर्मियों ने पोस्टकार्ड अनियमितता से होने वाली समस्याओं को लिख कर अपनी व्यथा जाहिर किया गया।
ग्राम पंचायतों में रोजगार गारंटी का काम ढप
गौरतलब है कि अप्रैल माह में रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से लगभग 150000 से अधिक अकुशल श्रमिको को उन्हीं के ग्राम में रोजगार प्रदाय किया जाता आ रहा है। किंतु पूरे रोजगार गारंटी के अमले के एक साथ अपनी मांगों को लेकर धरना देने से ग्रामों में रोजगार के लिए अफरा तफरी मच चुकी है । अगर यह कामबंद कलमबंद ऐसे ही चलता रहा तो मजदूरों को मजबूरन पलायन होना पड़ सकता है।
Shantanu Roy
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