धमतरी: कोरोना से मृत्यु के 572 प्रकरणों में शत-प्रतिशत क्षतिपूर्ति राशि की गई स्वीकृत
धमतरी। साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा की अध्यक्षता में आज सुबह 11.00 बजे आयोजित हुई, जिसमें उन्होंने लंबित प्रकरणों का निराकरण जल्द से जल्द और गुणवत्तापूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में कोविड-19 के संक्रमण से मृत्यु की क्षतिपूर्ति के बारे में जानकारी ली, जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में क्षतिपूर्ति के लिए आवेदकों से कुल 572 आवेदन प्राप्त हुए थेे, जिनमें से सभी प्रकरण स्वीकृत किए जा चुके हैं और मृतकों के निकटतम परिजनों को राशि प्रदाय की जा रही है।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने एडीबी के तहत तैयार की जा रही सड़कों के निर्माण पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि जब सभी कार्य के लिए अलग-अलग एजेंसी हैं, उसके बावजूद कार्य में प्रगति नहीं आ रही है। उन्होंने शीघ्रता से लंबित निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया। वन-क्षेत्र में अतिक्रमण के मामले में भी कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश एसडीओ वन को निर्देश दिए। इसी तरह राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित समूहों के ऋण प्रकरणों का शीघ्रता से निराकरण करने के लिए संबंधित अधिकारी से समन्वय स्थापित करने व अधिकाधिक महिलाओं को समूहों से जोड़कर आजीविकामूलक कार्य के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आयुक्त नगरपालिक निगम को निर्देशित किया। इसी प्रकार विभिन्न विभागों में लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने उनका निराकरण करने पर जोर दिया। बैठक में उन्होंने जिले में अब तक हुई धान खरीदी की प्रगति की भी समीक्षा करते हुए उपार्जन केन्द्रों से सतत् धान का उठाव करवाने तथा किसी भी स्थिति में जाम नहीं होने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके अलावा कस्टम मिलिंग, बारदाने की उपलब्धता और अंतरजिला से आने वाले धान की गुणवत्ता पर भी संक्षिप्त समीक्षा की। इस दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया ने जिले में स्थित गौठानों में मूलभूत सुविधाओं का संवर्धन करने के साथ-साथ आजीविका संबंधी सृजनात्मक कार्यों के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को समन्वय स्थापित कर व्यावहारिक दिक्कतों को दूर करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री दिलीप अग्रवाल सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।