रायपुर। नई दिल्ली के राजीव गांधी हैंडीक्राफ्ट्स भवन स्थित छत्तीसगढ़ स्टेट एम्पोरियम में हाथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों पर ग्राहकों के लिए छूट दी जा रही है। ग्राहक कम कीमतों पर सिल्क कोसे के कपड़े सहित अन्य उत्पाद खरीद सकेंगे। इस दस दिवसीय प्रदर्शनी-सह-विक्रय सेल का उद्घाटन डॉ. एम गीता आवासीय आयुक्त छत्तीसगढ़ शासन ने किया। हस्तनिर्मित शिल्प को अपनाने और प्रोत्साहित करने के लिए ग्राहकों को उत्पादों पर छूट दी जा रही है।
प्रदर्शनी-सह-विक्रय सेल में बेलमेटल से लेकर सिल्क कोसे के रेडीमेड कपड़ों की विभिन्न वेराइटी उपलब्ध कराई गई है। छत्तीसगढ़ राज्य के बुनकरों द्वारा तैयार किए गए रेडीमेड कपड़ों में सिल्क कोसे की ब्लाउज़, शर्ट, कुर्ते-कुर्तियां, जैकेट, साड़ियाँ आदि उपलब्ध है। इन कपड़ों में छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को हस्तकला के माध्यम से उकेरा गया है। राजधानी दिल्ली में छत्तीसगढ़ की हाथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों की विशेष मांग है, इसे देखते हुये छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ स्टेट एम्पोरियम स्थापित किया गया है। जिसे लेकर दिल्ली के ग्राहकों में खासा उत्साह रहता है। एम्पोरियम में कोसे की ड्रेस मटेरियल, हैंडलूम फेब्रिक, प्राकृतिक रंगों से तैयार कपड़े उपलब्ध हैं, वहीं सिल्क की साड़ियाँ यहाँ विभिन्न रंगों में उपलब्ध कराई गई है। इन साड़ियों में आदिवासी संस्कृति की झलक स्पष्ट दिखती है। इनमें खापा टैम्पल, जाला बूटा आदि विभिन्न वेराइटी की साड़ियाँ भी विक्रय के लिए उपलब्ध है। एम्पोरियम में छत्तीसगढ़ की बेजोड़ धातु शिल्पकला को भी आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। छत्तीसगढ़ की बेलमेटल शिल्पकला से उत्कृष्ट मूर्तियाँ बनाई जाती है। ग्रामीण शिल्पियों की इन कलाकृतियों को लेकर लोगों में विशेष रूचि रहती है। इन कलाकृतियों में आदिवासी जीवनशैली और संस्कृति से संबंधित, वन्यजीव, देवी-देवताओं की मूर्तियाँ की झलक दिखती है।